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Lumpy Skin Diease : बाड़मेर में एक दिन में 500 पशुओं की मौत

• LAST UPDATED : August 5, 2022

इंडिया न्यूज, Rajasthan News (Lumpy Skin Diease) : राजस्थान के बाड़मेर में लंपी स्कीन डिजीज अनियंत्रित हो चुकी है। यहां इस बीमारी के कारण दिन-प्रतिदिन गोवंश की मौत की संख्या बढ़ती जा रही है। स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि मृत गोवंश को दफनाने के लिए जगह भी कम पड़ गई है। यहां अनेक जगह ऐसी आपको दिखाई दे जाएगी कि जगह-जगह मृत पशुओं के ढेर लगे हुए हैं। इतना ही नहीं, अनेक जगह तो ऐसी भी नजर आ जाएंगी जहां गोवंश के सींगों के ढेर लगे हुए हैं।

मरी गायों को लेकर जाने पर मोटी फीस की वसूली

वहीं लोगों का कहना है कि दवाइयों और मरे पशुओं को ले जाने में भी लगातार लूट मची हुई है। घर से मृत गाय उठाने के लिए 2 हजार रुपए तक मांगे जा रहे हैं। वहीं, खुले में मृत गोवंश को फेंकने से आसपास के लोगों को जीना दुश्वार हो गया है और महामारी फैलने का डर रहता है। बीते 24 घंटों की बात करें तो यहां गायों की मौत का सरकारी आंकड़ा 503 है।

खूले में मृत गोवंश पड़ा होने के कारण चारों और दुर्गंध भी फैलती जा रही है। कुत्ते व अन्य पशु-पक्षी इन गोवंश को नोच रहे हैं। इस तरह खुले में मृत पशुओं के पड़ रहने से बीमारी और ज्यादा पांव पसार लेगी।

प्रदेश में बीमारी लगातार पांव पसार रही

गोवंश में फैली लंपी स्किन बीमारी तमाम प्रयासों के बावजूद नियंत्रण नहीं हो पा रही है। राजस्थान में सबसे अधिक जिला बाड़मेर में महामारी का प्रकोप देखा जा रहा है। विभाग के अनुसार अभी तक 1813 पशुओं की मौत है, लेकिन हकीकत में मौतों का आंकड़ा 3 हजार के करीब पहुंच गया है। सबसे सर्वाधिक मौत बायतु व शिव में हुई है।

सीईओ ने जारी किए बीडीओ को निर्देश

वहीं जिला परिषद के सीईओ ओपी बिश्नोई ने जिले के सभी 21 पंचायत समिति के बीडीओ को निर्देश दिए कि लंपी स्कीन बीमारी से मरने वाले पशुधन को निस्तारण ग्राम पंचायत स्तर पर करवाया जाए। खुले मैदान में मृत पशु पड़े रहने से महामारी फैलने का डर रहता है। ग्राम पंचायत के माध्यम से गायों को दफनाने की व्यवस्था करें।

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