करनाल/केसी आर्य: करनाल शहर हाल ही में स्वच्छ सर्वेक्षण में पूरे देश के 1 से दस लाख की आबादी के शहरों में 17 वां स्थान हासिल किया है। लेकिन जो नगर निगम और प्रशासन की तरफ से शहर में 136 पब्लिक शौचालय खोले गए हैं। वहां या तो ताले लटके हैं या फिर बुरी हालत में हैं या फिर सफाई नहीं है, शहर में कई स्थानों पर सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है और जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में लेकर में करनाल को पूरे देश के 1 से 10 लाख की आबादी के शहरो में 17वां स्थान हासिल हुआ है। लेकिन तस्वीरे कुछ और ही बयां कर रही है। शहर में ताले लटके टॉयलेट या जो खुले हैं उनका बुरा हाल है, ताले लटके टॉयलेट्स के -सुलभ शौचालय, शोरोरुम और ई टॉयलेट जो पिछले कई महीनों से बंद पड़े हुए है। शहर में 136 पब्लिक टायलेट्स में से ज्यादातर पर ताले लटके हुए हैं ।या बुरी हालत में हैं
शहर के इन ज्यादा टॉयलेट्स पर कहीं ताला लटका है तो कहीं सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। किसी टॉयलेट की टोंटी टूटी पड़ी है तो किसी के दरवाजे ही बंद नहीं होते हैं। इतना ही नहीं किसी के दरवाजे भी चोर ले गए , यानि ई-टॉयलेट से भी पब्लिक को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है। लाखों रुपया खर्च कर बनाए गए ये टॉयलेट्स जनता के काम न आ सके मजबूरन लोग इधर उधर दीवारें जगह गंदी करते हैं, बार-बार के दावों के बावजूद नगर निगम इन टॉयलेट्स की सुविधा को जन अनुकूल नहीं बना पाया है न ही सफाई की व्यवस्था, रख रखाव ठीक कर पाया , यदि किसी जगह कोई सुचारु रूप से चल रहा है तो वो लोगों के अपने प्रयास से अब ये शो पीस बनकर रह गए हैं