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Yamuna And Ghaggar River : नदियां हमारी राष्ट्रीय संपदा, इनका सरंक्षण जरूरी : मुख्यमंत्री

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : October 13, 2022
  • यमुनानगर व पंचकूला जिले में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर योजनाएं बनें
  • पड़ोसी राज्य भी हरियाणा से सीख लें

इंडिया न्यूज, Haryana News (Yamuna And Ghaggar River) : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यमुनानगर में यमुना नदी (Yamuna River) तथा पंचकूला (Panchkula River) में घग्गर नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजनाएं बनाएं क्योंकि नदियां हमारी राष्ट्रीय संपदा हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के साथ-साथ नई योजनाएं बनाएं ताकि दूसरे राज्य भी हरियाणा का अनुसरण करें।

इसके अलावा पानी को उपचारित कर इसका पुन: उपयोग हो, इस दिशा में भी अधिक से अधिक कार्य किया जाना चाहिए। जल सरंक्षण दिन प्रतिदिन चिंता का विषय बनता जा रहा है। भावी पीढ़ी के लिए जल संरक्षण जरूरी है। हालांकि हरियाणा ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

Yamuna And Ghaggar River

Yamuna And Ghaggar River

यमुना कार्य योजना की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री ने ये निर्देश यमुना कार्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि उपचारित पानी का अधिक से अधिक पुन: उपयोग सिंचाई, थर्मल पावर प्लांट, औद्योगिक व बागवानी जैसे क्षेत्रों में हो सके, इसकी भी व्यापक स्तर पर योजनाएं बनाई जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि घग्गर व यमुना ही हरियाणा की दो प्रमुख प्राकृतिक नदियां हैं। इनका संरक्षण जरूरी है। यमुना कार्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हरियाणा के साथ लगते पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ भी संयुक्त बैठक की जानी चाहिए। प्रदूषण चाहे जल प्रदूषण है या वायु प्रदूषण हो, इनको फैलने से रोकना आज समय की जरूरत है। इस विषय को लेकर अंतर्राज्यीय बैठकों का आयोजन भी निरंतर किया जाना चाहिए।

बैठक में ये रहे उपस्थित

बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, गुरुग्राम व फरीदाबाद महानगरीय विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, सिंचाई व जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) देवेंद्र सिंह के अलावा यमुना कार्य योजना से जुड़े अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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