कैथल/मनोज मलिक
जिले में लगभग 42 अवैध कॉलोनियां हैं, और अवैध कॉलोनी न बनें इसलिये पटवारी रोज रजिस्ट्रियों की जांच भी कर रहा है, जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) ने शहरी क्षेत्र में पनप चुकी अवैध कॉलोनियों में सुविधाएं देने के लिए पोर्टल लांच किया है, अवैध कॉलोनी के बाशिंदों को बिजली, पानी और सीवरेज जैसी मूलभूत सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए कॉलोनाइजर या कॉलोनी में गठित समिति को 22 बिंदुओं का पूरा विवरण विभाग के पोर्टल पर अपलोड करना होगा, इसके लिए कॉलोनाइजर या समितियों को 31 मार्च तक का समय दिया गया है।
समय रहते देनी होगी जानकारी
अगर कोई तय समय के अंदर अवैध कॉलोनी की जानकारी पोर्टल पर नहीं देता है तो अगले कुछ महीनों में इन कॉलोनियों में तोड़फोड़ की कार्रवाई विभाग से की जाएगी, जिले में 42 अवैध कॉलोनियां अब तक पनप चुकी हैं, नई न पनपने पाएं, इसके लिए डीटीपी कार्यालय का पटवारी रोजाना तहसील कार्यालय में जाकर रजिस्ट्रियों की जांच करता है, उसकी नजर अवैध क्षेत्र में होने वाली रजिस्ट्रियों पर रहती है, विभाग को जैसे ही किसी संदिग्ध रजिस्ट्री का पता चलता है तो उस पर जांच पर कार्रवाई की जाएगी।