अंबाला/अमन कपूर
संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर सभी किसान धरनों पर शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का शहीदी दिवस मनाया गया… अंबाला के शम्भू टोल प्लाजा धरने पर भी किसानों ने शहीदी दिवस मनाया… इस मौके पर किसानों ने भगत सिंह राजगुरु सुखदेव की फ़ोटो पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी… किसानों ने खीर का लंगर लगाया और पंजाब से आई गतका टीम ने अपनी शस्त्र विद्या का जौहर दिखाया।
23 मार्च 1931 को अंग्रेजी हुकूमत में बगावत के चलते भगत सिंह राजगुरु सुखदेव को फांसी दी गयी थी… आज पूरा देश उनकी शहीदी दिवस के मौके पर तीनों वीर पुरुषों को याद कर रहा है… संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर सभी किसान धरनों पर आज भगत सिंह राजगुरु सुखदेव का शहीदी दिवस मनाया… इसी कड़ी में आज अंबाला के शम्भू टोल प्लाजा धरने पर किसानों ने शहीदी दिवस मनाया… इस मौके पर भगत सिंह राजगुरु सुखदेव की फ़ोटो पर फूलमालाएं और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर देश की आजादी के लिए दी गई…. और उनकी कुर्बानी को नमन किया गया इस मौके पर युवाओं ने भगत सिंह की तरह पीली पगड़ी बांध उनके पदचिन्हों पर चलने का प्रण लिया।
किसानों ने वहां पहुंचे लोगों यात्रियों के लिए खीर का लंगर भी लगाया… इसके अलावा पंजाब से आई गतका टीम ने शस्त्र विद्या का प्रदर्शन किय… किसानो ने बताया कि भगत सिंह राजगुरु सुखदेव ने अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए देश के लिए कुर्बानी दी थी… आज किसान भी उन्ही के पदचिन्हों पर चलते हुए काले कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं… जिसमें अब तक 300 से ऊपर किसान शहादत दे चुके हैं… महापुरुष कभी मरते नहीं हैं उनके विचार हमेशा जिंदा रहते हैं… आज भी लाखों युवा उनके बताए रास्ते पर चल कर अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं… किसान आंदोलन से जुड़े युवाओं ने आज प्रण लिया है कि वो महापुरुषों की तरह पूरे जोश और जज्बे से इस कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई में जीत होने तक डटे रहेंगे।