इंडिया न्यूज, पटना (Poisonous liquor in Bihar Update ) : बिहार के छपरा के अंतगर्त आने वाले क्षेत्र मशरक में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सबसे हैरानी की बात यह है कि जिस जगह पर सबसे ज्यादा मौत हुई वह पुलिस स्टेशन से मात्र कुछ ही दूरी पर है। साफ है कि पुलिस की नाक के नीचे ही अवैध शराब का धंधा जारी था।
जहरीली शराब का मामला सामने आने के बाद सरकार व स्थानीय प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। इस घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। जिसने तुरंत कार्रवाई करते हुए 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही जिस थाना क्षेत्र में यह घटना घटी उसके थानेदार व एक अन्य कर्मी को सस्पेंड कर दिया गया।
इसी बीच विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान जब भाजपा विधायकों ने सीएम के खिलाफ नारेबाजी की तो सीएम नीतीश कुमार ने भी नसीहत देते हुए कहा कि सभी को पता है बिहार में शराब बंदी है। सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है। यदि प्रदेश में शराब बंदी है तो अवैध तरीके से बनाई हुई शराब जहरीली ही होगी। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से लोग मरेंगे ही।
गत दो दिनों से बिहार के छपरा के अधीन आने वाले क्षेत्र मशरक में जिन लोगों ने भी जहरीली शराब का सेवन किया उनमें से ज्यादात्तर की या तो मौत हो चुकी है या फिर वे गंभीर रूप से बीमार हैं। स्थानीय अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार जिन लोगों को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए लाया गया उन्हें पहले दिखाई देना बंद हुआ इसके बाद उनका ब्लड प्रेशर एक दम कम हुआ और उनकी मौत हो गई। अस्पताल सूत्रों की माने तो शराब इतनी जहरीली थी कि किसी भी उपचार का सकारात्मक प्रभाव पड़ता दिखाई नहीं दिया।
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