इंडिया न्यूज, नई दिल्ली Arvind Kejriwal on Tawang clash : गत दिनों तवांग में हुई भारत और चीनी सैनिकों की झड़प बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्से की लहर है। गली, गांव, शहर से लेकर देश की संसद तक चीनी सैनिकों की हिमाकत का व भारतीय सेना की बहादुरी का चर्चा है। संसद में जहां कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष ने सरकार से इसपर रुख स्पष्ट करने की बात कही तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने प्रधानमंत्री सहित पूरी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरकार तवांग विवाद पर संसद में बोलने नहीं दे रही। इसी बीच आम आदमी पार्टी के संयोजक ने झड़प पर दुख जताते हुए कहा था कि चीनी सैनिक हमेशा से अपने नाकाप इरादों के चलते भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास करते हैं जिसे बहादुर भारतीय सेना नाकाम कर देती है।
ताजा बयान में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार चीन में बने सामान का पूरी तरह से बहिष्कार करेगी। केजरीवाल ने कहा कि बेशक हमें भारतीय सामान चीन के सामान की अपेक्षा महंगी दरों पर मिलेगा लेकिन हम चीन के सामान का बहिष्कार करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि हमें हमारे वीर जवानों पर गर्व है और वे भगवान से प्रार्थना करेंगे कि सभी घायल जवान जल्द स्वस्थ हों।
यह भी पढ़ें : Cruelty to girl in bihar रेप के बाद हत्या कर शव दफनाया
ज्ञात रहे कि एलएसी के पास चीन लगातार भारतीय सेना को उकसाता रहता है। चीनी सेना सीमा पर विवादित क्षेत्रों पर लगातार घुसपैठ करती रहती है। ऐसी ही एक घुसपैठ की कोशिश चीनी सेना द्वारा 9 दिसंबर सुबह के समय की गई। रिपोर्ट के अनुसार काफी संख्या में चीनी सैनिकों ने भारतीय चौकियों की तरफ घुसपैठ का प्रयास किया। इस दौरान भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उन्हें पीछे खदेड़ दिया।
इस झड़प के दौरान कई चीनी सैनिक घायल हुए। इस दौरान कुछ भारतीय सैनिकों को भी चोट आई। संसद में इस बारे में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झड़प की घटना को स्वीकारते हुए कहा था कि भारतीय सैनिकों ने अदम्य साहस के साथ चीनी सैनिकों को वापस जाने पर विवश किया। उन्होंने बताया था कि कुछ भारतीय सैनिक भी मामूली रूप से घायल हुए हैं।