इंडिया न्यूज, नई दिल्ली India-Bangladesh relation : भारत के साथ रिश्तों पर बोलते हुए बांग्लादेश के वायु सेना प्रमुख अब्दुल हन्नान ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते कितने घनिष्ठ हैं यह पूरा विश्व जानता है। उन्होंने कहाकि भारत के प्रयास के कारण ही बांग्लादेश को लोगों को 1971 में पाकिस्तान के जुल्म से आजादी मिल सकी थी। उन्होंने कहा कि एशिया के इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा में भारत और बांग्लादेश की भूमिका अहम है। भारतीय वायु सेना की विभिन्न शाखाओं के फ्लाइट कैडेट्स की संयुक्त स्नातक परेड में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे।
अब्दुल हन्नान ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक ‘गर्भनाल संबंध’ है और यह संबंध 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के बाद से अधिक गहरा रहा है। हन्नान ने कहा, हमारे रक्षा बल यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित संयुक्त अभ्यास करते हैं कि हमारे प्रयासों में तालमेल हो। यह मुझे समग्र रूप से भारत और विशेष रूप से 1971 के मुक्ति संग्राम में भारतीय वायु सेना के अमूल्य योगदान को याद करने के लिए प्रेरित करता है।
इस दौरान एयर चीफ मार्शल शेख अब्दुल हन्नान, वायु सेना प्रमुख, बांग्लादेश वायु सेना परेड के समीक्षा अधिकारी (आरओ) ने भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों के प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित करने के लिए, हैदराबाद में वायु सेना अकादमी में एक संयुक्त स्नातक परेड के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच “मजबूत द्विपक्षीय संबंधों” को रेखांकित किया।
हन्नान ने कहा, हमारे रक्षा बल यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित संयुक्त अभ्यास करते हैं कि हमारे प्रयासों में तालमेल हो। यह मुझे समग्र रूप से भारत और विशेष रूप से 1971 के मुक्ति संग्राम में भारतीय वायु सेना के अमूल्य योगदान को याद करने के लिए प्रेरित करता है।
इस दौरान पासिंग आउट कैडेटों को सलाह देते हुए हन्नान ने कहा, इस प्रौद्योगिकी संचालित दुनिया में, वायु और अंतरिक्ष शक्ति 21वीं सदी के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेगी। उनके अनुसार, वर्तमान में और आने वाले समय में भी, दुनिया को कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिन्हें तकनीकी क्षमताओं के निरंतर उन्नयन और सुधार से प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सकता है।