इंडिया न्यूज, बीजिंग Corona Virus in China : 2019 के बाद चीन एक बार फिर से कोरोना वायरस से जूझ रहा है। चीन में लगातार बढ़ते वायरस से पूरे विश्व के सामने नया खतरा मंडरा रहा है। विश्व के बहुत सारे देशों ने चीन से सबक लेते हुए नई प्रतिबंधियां लगा दी हैं। वहीं चीन लगातार वायरस के फैलाव की बात स्वीकार करने से लगातार इनकार करता रहा है।
गत दिवस 31 दिसंबर को चीन के राष्टÑपति जिंनपिंग ने इस बात को स्वीकार किया कि चीन कोरोना की नई लहर से जूझ रहा है। जिनपिंग ने यह स्कीकार करते हुए कहा कि चीन में कोरोना से लड़ाई एक नए फेज में जा चुकी है। हमारे सामने बड़ी चुनौतियों के साथ उम्मीद की किरण भी है। हम साथ रहकर, मजबूती से इस परेशानी से बाहर निकल जाएंगे। ज्ञात रहे कि इससे पहले चीन हमेशा से कोरोना के नए खतरे के बारे में विश्व को गुमराह करता रहा है।
चीन में लगातार भयावह होते जा रहे कोरोना के आंकड़ों के बाद लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी के एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में 13 जनवरी को कोरोना का पीक आएगा। इस दिन यहां 37 लाख केस आएंगे। कोरोना से होने वाली मौतों का पीक 23 जनवरी को आएगा। इस दिन 25 हजार मरीजों की मौत होगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में बढ़ रहे कोरोना के केस पूरी दुनिया को एक बार फिर से मुश्किल में डाल सकते हैं।
एक तरफ जहां चीन कोरोना से बेहाल होता जा रहा है। वहीं विश्व के कई देशों ने सावधानी के तौर पर चीन के नागरिकों को बैन कर दिया है। मोरक्को ने चीन से आने वाले लोगों पर 3 जनवरी से बैन लगा दिया है। एक जनवरी से कनाडा ने चीन के यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट जरूरी कर दिया है। इससे पहले फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, ताइवान, जापान, भारत, इटली, साउथ कोरिया चीन से आने वाले लोगों के लिए टेस्टिंग कंपलसरी कर चुके हैं।
चीन के साथ-साथ जापान में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। जापान में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या में भी काफी उछाल आया है। जापान की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार 1 अक्टूबर से 29 दिसंबर तक कोरोना से 11,835 मौतें हुईं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 744 मौतें हुई थीं। इससे पता चलता है कि चीन के साथ-साथ जापान भी कोरोना वायरस के साथ लगातार जूझ रहा है।
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