इंडिया न्यूज, इस्लामाबाद (Inflation in Pakistan) : पड़ौसी देश पाकिस्तान आजकल आर्थिक तंगी में बुरी तरह से फस चुका है। हालात यह हैं कि आम आदमी दो वक्त की रोटी खाने के लिए भी मशक्कत का सामना कर रहा है। पाकिस्तान में मौजूदा सरकार देश को महंगाई और आर्थिक बदहाली से निकालने के लिए जी तोड़ प्रयास कर रही है, लेकिन कोई राह दिखाई नहीं दे रही। इसका नतीजा यह हो रहा है कि पाकिस्तान में रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम सातवें आसमान पर हैं। पेट्रोलियम पदार्थों से लेकर खाने की वस्तुओं तक के दाम कई गुणा तक बढ़ चुके हैं।
यूएससी ने कहा है कि विशेष लक्षित सब्सिडी बीआईएसपी के स्कोरकार्ड और पीएमटी-32 (गरीबी रेखा से नीचे के लोग) नीचे पंजीकृत गरीब आबादी के लिए उपलब्ध होगी। उन्हें आटा 400 रुपये प्रति 10 किलोग्राम, घी 300 रुपये प्रति किलोग्राम और चीनी 70 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिलेगी। उन्हें दाल-चावल पर 15 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम की छूट मिलेगी। सब्सिडी के दुरुपयोग से बचने के लिए उनकी मासिक खरीद सीमा को सीमित कर दिया गया है।
पाकिस्तान की सरकार ने सब्सिडी के दुरुपयोग को कम करने के लिए तत्काल प्रभाव से यूटिलिटी स्टोर्स कारपोरेशन (यूएससी) के माध्यम से बिक्री किए जाने वाले आटे, चीनी और घी की कीमतों में 25 से 62 प्रतिशत की वृद्धि की है। रिपोर्ट के अनुसार, बेनजीर आय समर्थन कार्यक्रम (बीआईएसपी) के लाभार्थियों को मूल्य वृद्धि से छूट दी जाएगी, लेकिन यूएससी से सब्सिडी वाली खरीद की सीमा कम कर दी गई है।
नई दरों के तहत पाकिस्तान में चीनी की कीमत 70 रुपए से बढ़कर 89 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है, जो 27 प्रतिशत की वृद्धि है। घी की कीमत 75 रुपए से बढ़कर 375 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। गेहूं के आटे की कीमत 62 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 40 रुपए से बढ़कर 64.8 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है।