इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (INS Vagir commissioned into the Navy): पड़ौसी देशों के साथ लगातार बदल रहे रिश्तों और सामरिक चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना में आज आईएनएस वागीर को शामिल कर लिया गया। यह पनडुब्बी बेहतरीन सेंसर और वायर गाइडेड टॉरपीडो से लैस है। आईएनएस वागीर कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों में पांचवीं पनडुब्बी है।
जिसे नौसेना में शामिल किया गया है। नौसेना के अनुसार यह पनडुब्बी भारतीय सेना की क्षमता को बढ़ावा देने का काम करेगी और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देगी। यह खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) पर काम करती है। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा निर्मित आईएनएस वागीर को नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार की उपस्थिति में कमीशन किया गया है।
‘वागीर’ का शाब्दिक अर्थ सैंड शार्क है। यानि कि किसी को भनक दिए बिना यह पूरी निडरता से काम करती है। भारतीय नौसेना के अनुसार, पनडुब्बी दुश्मन को रोकने की भारतीय नौसेना की क्षमता में इजाफा करके भारत के समुद्री हितों को आगे बढ़ाएगी। यह संकट के समय में निर्णायक वार करने के लिए खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) अभियान के संचालन में भी मददगार साबित होगी।
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