सिरसा/अमर ज्यानी
सिरसा नगर परिषद के चेयरपर्सन पद को लेकर तमाम सियासी अटकलों पर विराम लग गया है.. नगर परिषद चेयरपर्सन के लिए हुए चुनाव में वार्ड-17 से पार्षद रीना सेठी ने चुनावी मैदान में बाजी मारी है… रीना सेठी HLP से पार्षद हैं, जिन्हें चुनावी मुकाबले में 18 वोट मिले हैं… रीना सेठी से मुकाबले में बीजेपी की सुमन बामनिया दो वोटों से पिछड़ गईं.. करीब ढाई साल से खाली सिरसा नगर परिषद के चेयरपर्सन के पद पर रीना सेठी नए चेयरपर्सन के तौर पर चुनी गई हैं
बता दें कि सिरसा नगर परिषद के चेयरपर्सन की सीट महिला के लिए रिज़र्व थी… करीब ढाई साल पहले 01 अगस्त 2018 को बीजेपी के समर्थन से चेयरपर्सन बनी शीला सहगल को पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटा दिया था… इसके बाद से चेयरपर्सन का पद खाली था.. नए चेयरपर्सन के तौर पर रीना सेठी का कार्यकाल छह महीने का होगा
हालांकि इसके लिए पिछले साल 11 अगस्त को चुनाव होने थे, लेकिन एक दिन पहले यानी कि 10 अगस्त पर हाईकोर्ट ने स्टे लगा दिया.. जिसकी वजह से चुनाव नहीं हो पाया… एक बार फिर चेयरपर्सन के चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां हैं…नगर परिषद के 31 वार्ड में दस पर बीजेपी, छह वार्ड पर हलोपा, पांच वार्ड पर सेतिया, चार वार्ड पर कांग्रेस, चार पर निर्दलीय और दो वार्ड पर इनेलो पार्षद हैं
नई चेयरपर्सन रीना सेठी का कार्यकाल करीब छह महीने का ही है… चुनाव प्रक्रिया के दौरान 31 वार्डों के पार्षदों के अलावा सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल और विधायक गोपाल कांडा भी मौजूद रहे… दोनों ने चुनावी मुकाबले में अपना वोट भी डाला
चेयरपर्सन के चुनाव में वोटिंग के लिए सिरसा से विधायक गोपाल कांडा भी नगर परिषद पहुंचें… लेकिन इस दौरान किसानों ने गोपाल कांडा के पहुंचने पर विरोध शुरू कर दिया… दरअसल किसानों का कहना है कि गोपाल कांडा ने सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का विरोध किया था.. उन्होंने वोटिंग के दौरान किसानों का साथ ना देकर सरकार को समर्थन दिया.. गोपाल कांडा के विरोध के दौरान पुलिस-किसानों के बीच धक्का-मुक्की देखने को मिली