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सरकारी गेंहू खरीद: व्यापारियों ने गेंहू खरीद से क्यों किया मना ? सरकार बदले फैसला!

• LAST UPDATED : April 8, 2021

फतेहाबाद/जितेंद्र मोंगा

हरियाणा में व्यापारियों ने गेहूं की खरीद नहीं करने का किया एलान किया है.  फतेहाबाद में व्यापार मंडल की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया है. मीटिंग में लेबर यूनियन भी शामिल हुए, बता दें  व्यापारियों का कहना है किसानों के खाते में सरकार सीधे किसानों के खाते में गेहूं खरीद की पेमेंट डाल रही है।

जो किसान व्यापारियों के खाते में पेमेंट चाहता है, सरकार उठाए कदम

उन्होंने कहा उससे व्यापारियों को कोई भी आपत्ति नहीं है.  लेकिन जो किसान अपनी फसल की पेंमेंट व्यापारी के खाते में डलवाना चाहता है, इस पर सरकार कोई फैसला ले. इसी प्रकार की कई मांगों को लेकर व्यापार मंडल ने गेहूं की खरीद नहीं करने का फैसला लिया है।

हरियाणा में व्यापारियों ने गेहूं की खरीद नहीं करने का ऐलान किया है. व्यापारियों का कहना है कि वह गेहूं की भराई और तुलाई नहीं करेंगे. व्यापारियों ने कहा कि गेहूं केवल ट्रालियों से उतारा जाएगा, उसके बाद गेहूं का क्या करना है उसका फैसला सरकार करे।

फतेहाबाद में अनाज मंडी में स्थित व्यापार मंडल के कार्यालय में आज व्यापारियों की मीटिंग हुई. और यह ऐलान किया गया. बैठक में निर्णय लिया गया, कि आज अनाजमंडी में गेहूं की तुलाई, झराई नहीं की जाएगी। केवल ट्रॉलियों से गेहूं को उतारा जाएगा, प्रधान ने बताया कि व्यापार मंडल की मुख्य मांग है कि गेहूं का भुगतान आढ़तियों के माध्यम से ही किसान की इच्छानुसार किया जाए।

उन्होंने कहा कि सरकार की ई-पोर्टल प्रणाली भी सही से नहीं चल रही है, सरकार इसमें भी सुधार करे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब तक आढ़तियों की मांग नहीं मानी जाती, तब तक मण्डी में गेंहू की खरीद को लेकर हड़ताल रहेगी. इस मौके पर लेबर यूनियन और तोला यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि वह ना तो मंडियों में गेहूं की तुलाई करेंगे ना ही झराई करेंगे।