इंडिया न्यूज, इस्लामाबाद (Violent protests in Pakistan) : पाकिस्तान में आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ जहां पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए जहां अदालत ने वारंट जारी कर दिए हैं। वहीं देश के कई प्रमुख शहरों में पुलिस व पीटीआई वर्कर्स और इमरान समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हो रही हैं। पुलिस अफसरों को भी चोटें आई हैं। इसी के साथ इमरान के कई समर्थक हिंसा में घायल हो गए हैं।
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के आह्वान पर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। इस दौरान लाहौर में उनके जमान पार्क स्थित आवास के बाहर पुलिस और पार्टी कार्यकतार्ओं के बीच झड़प हुई। पुलिस ने कार्यकतार्ओं पर काबू पाने के लिए रुक-रुक कर आंसू गैस के गोले भी दागे और समर्थकों पर लाठीचार्ज भी किया गया।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई वर्कर्स ने इमरान के आवास के साथ-साथ कैनाल रोड की ओर जाने वाले रास्ते को भी घेर लिया है। इमरान खान ने इससे पहले अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए एक वीडियो में कहा कि पुलिस मुझे गिरफ्तार करने और जेल भेजने के लिए आई है। अगर मुझे कुछ हो जाता है, या जेल भेज दिया जाता है, या वे मुझे मार देते हैं तो आपको यह साबित करना होगा कि यह देश इमरान खान के बिना भी संघर्ष करता रहेगा।
सरकार के प्रवक्ता आमिर मीर ने मीडिया को बताया कि अदालत के आदेश पर इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए इस्लामाबाद से एक पुलिस दल आया था, तभी उनके समर्थक इमरान के आवास के बाहर जमा हो गए। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन की घटनाएं सामने आई हैं। प्रवक्ता आमिर मीर ने कहा अगर इमरान अदालत में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करते हैं तो यह अच्छा होगा, अन्यथा कानून अपना काम करेगा।
इमरान के सहयोगी शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पुलिस उन्हें अरेस्ट नहीं कर सकती है, क्योंकि उन्हें हाईकोर्ट से उन्हें सुरक्षात्मक जमानत मिली है। इमरान के अन्य सहयोगी फवाद चौधरी ने बताया कि इस्लामाबाद की अदालत ने 2018 से 2022 तक सत्ता में रहने के दौरान अवैध रूप से सरकारी उपहार बेचने के मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसी मामले में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है।