दिल्ली बॉर्डर
एक्सप्रेस-वे जाम: तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर 137 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों ने एक बार फिर सरकार पर दबाव बनाने के लिए नई रणनीति बनाई है. किसानों ने 24 घंटे के लिए KGP-KMP एक्सप्रेस-वे जाम किया है. एक्सप्रेस-वे जाम कर किसानों ने सरकार को कड़ा संदेश दिया है, बता दें संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जाम लगाया गया है. साथ ही बता दें मई में संसद का घेराव करेंगे आंदोलनकारी किसान।
इस रणनीति के तहत किसानों ने रविवार को 24 घंटे के लिए केएमपी यानी कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे, और केजीपी यानि कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस-वे(एक्सप्रेस-वे जाम) को सुबह 8 बजे यानि 24 घंटे तक जाम रखना का फैसला लिया है।
एक्सप्रेस-वे को जाम करने के लिए एक्सप्रेस-वे पर किसानों का जमावड़ा लग गया है. किसानों के ऐलान के बाद बीते दिन ही पुलिस-प्रशासन ने भी सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है. और एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों की 20 कंपनियों की तैनाती की गई है।
ये कंपनियां 6 DSP और 17 इंस्पेक्टर के मार्गदर्शन में काम करेंगी, पुलिस ने व्यवस्था कड़ी करते हुए 16 जगहों पर नाके लगाए हैं. इन सभी नाकों पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. पुलिस ने बहालगढ़ चौक, केएमपी, केजीपी, मुरथल, गन्नौर, पीपली, पीपली टोल प्लाजा, बारोटा चौक समेत कई रोड पर नाके लगाए हैं।
जाम के दौरान कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा. इसके अलावा किसान संगठनों से कानून व्यवस्था हाथ में न लेने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही लोगों को केएमपी की तरफ नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।