इंडिया न्यूज, पेरिस (Pension reform bill in France) : फ्रांस में पिछले दिनोें सरकार नया पेंशन रिफॉर्म बिल लेकर आई थी। जिसे बाद में कानून के रूप में बदल दिया गया। इस पेंशन रिफार्म कानून के बाद अब वहां पर कर्मचारियों की रिटायरमेंट की आयू 62 से बढ़कर 64 साल हो गई है। कर्मचारी यूनियन इसका शुरू से ही विरोध करते आ रहे हैं। जब सरकार ने इस बिल को पेश किया तभी से पेरिस सहित पूरे देश में कर्मचारी इसके विरोध में जुट गए। लेकिन सरकार ने इस बिल को कानून में बदल दिया। अब कर्मचारी यूनियनों के आह्वान पर पूरे फ्रांस में कर्मचारी प्रदर्शन पर उतर आए हैं। इतना ही नहीं अब यह प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है।
पेंशन रिफॉर्म बिल के खिलाफ गुरुवार को पैरिस सहित अलग-अलग शहरों में 200 से ज्यादा प्रदर्शन हुए। करीब 35 लाख लोग मैक्रों सरकार के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरे। राजधानी पेरिस में करीब 8 लाख लोगों ने मार्च निकाला। देर रात कई प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई। बोर्डो शहर में गुस्साए लोगों ने सिटी हॉल के मेन गेट पर आग लगा दी। यूनियन की तरफ से प्रदर्शन कर रहे लोगों के हाथ में झंडे, पोस्टर और बैनर थे। इस पर पेंशन बिल और मैक्रों विरोधी नारे लिखे हुए थे।
जब कर्मचारियों का प्रदर्शन हिंसक हुआ तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसु गैस का प्रयोग किया। लेकिन इससे प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए और उन्होंने पुलिस पर ही हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस पर पत्थर व अन्य वस्तुएं फेंकी गई। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने बताया कि झड़प में करीब 120 पुलिसकर्मी घायल हुए। वहीं प्रदर्शनकारियों में से करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया गया।
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