नई दिल्ली/
कोविड जैसी बीमारी जिसे पूरा विश्व महामारी घोषित कर चुका है, जो दिन दोगुनी और रात चौगुनी लोगों की जिंदगियों को खाने में कोई लापरवाही नहीं बरत रही है एसे में भी हमारे देश में लोगों को मजाक मस्ती सूझ रही है. आइए हम बताते हैं एक एसे ही नंबर का वायरल सच जो प्लाज्मा उपलब्ध कराने का वायदा करता था, एक फेक न्यूज व्हाट्सएप पर तेजी से वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया गया है कि दिल्ली में किसी को प्लाजमा की जरूरत है तो नीचे दिए गए नंबरों पर संपर्क करें. आगे लिखा है कि ये लोग बिना पैसे लिए आपको प्लाजमा मुहैया करा देंगे. एक नंबर मोनिका भगत के नाम से है और दूसरा नंबर एनजीओ लिखकर डाला गया.
इनखबर(ITV NETWORK) ने जब इन नंबरों पर फोन कर सच जानने की कोशिश की तो पता चला कि ये किसी महिला का नंबर है. जिन्हें हर रोज हजारों फोन आते हैं. लोग रोते हैं, गिड़गिड़ाते हुए अपने किसी परिजन के लिए प्लाजमा मांगते हैं. लेकिन ना तो वो महिला किसी एनजीओ से हैं ना ही प्लाजमा मुहैया कराने वाली किसी संस्था या संगठन से ताल्लुक रखती हैं।
इतने फोन आते हैं कि दिनभर फोन बजता ही रहता है. महिला ने बताया कि 10 अप्रैल से उन्हें फोन आ रहे हैं. हर रोज हजारों संख्या में लोग फोन करते हैं और प्लाजमा मांगते हैं और उन्हें बताना पड़ता है कि किसी ने सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर गलत खबर डाली है.
महिला का कहना है कि वो साइबर सेल में भी शिकायत कर चुकी हैं लेकिन उनके पास फोन आने का सिलसिला लगातार जारी है. हम जानते हैं कि व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर मिलने वाली जानकारियां सच नहीं होती. फेक न्यूज मार्केट में तेजी से फैलता है इसलिए ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप किसी भी खबर की जांच पड़ताल किए बिना उसे फॉरवर्ड ना करें।
खास तौर पर व्हाट्सएप पर फेक न्यूज की भरमार है इसलिए व्हाट्सएप पर मिलने वाली खबर को फॉरवर्ड करने से पहले ये सुनिश्चित कर लें कि ये खबर तथ्यात्मक तौर पर सही है या नहीं।