इंडिया न्यूज, New Delhi (Modi on Mudra Yojana) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘नया भारत’ नयी नीतियों और रणनीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है और उनकी सरकार अतीत के ‘प्रतिक्रियाशील दृष्टिकोण’ को छोड़कर प्रौद्योगिकी व बुनियादी ढांचे के मामलों में सक्रियता से काम कर रही है। मोदी ने ‘रोजगार मेले’ को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों के लिए ‘मुद्रा’ ऋण परियोजना से 8 करोड़ से अधिक नए उद्यमी पैदा हुए हैं और सरकार की नीतियों एवं रणनीतियों ने नयी संभावनाओं के द्वार खोले हैं।
उन्होंने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो खुद को ‘बड़ा अर्थशास्त्री’ मानते हैं, ये बड़े कारोबारियों को ‘फोन पर’ कर्ज देते थे और आज मुद्रा योजना का मजाक उड़ा रहे हैं। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका कटाक्ष स्पष्ट रूप से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर था। चिदंबरम ने हाल ही में ‘मुद्रा’ योजना पर सवाल उठाया था और आश्चर्य जताया था कि 50,000 रुपये के ऋण के साथ किस तरह के व्यवसाय शुरू किए जा सकते हैं।
मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत 23 लाख करोड़ रुपये का ऋण दिया गया है, जिसमें 70 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि माइक्रो फाइनांसिंग जमीनी स्तर की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बहुत कुछ करता है, लेकिन कुछ लोग जो खुद को बड़ा अर्थशास्त्री मानते हैं, उन्हें कभी इसका एहसास नहीं हुआ और वे आम आदमी की क्षमताओं को नहीं समझते हैं।
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