होम / Prayagraj: प्रयागराज के सीजेएम ने अतीक अहमद की पुलिस रिमांड की मंजूर, 4 दिन की पूछताछ के बाद फिर कोर्ट में पेशी

Prayagraj: प्रयागराज के सीजेएम ने अतीक अहमद की पुलिस रिमांड की मंजूर, 4 दिन की पूछताछ के बाद फिर कोर्ट में पेशी

• LAST UPDATED : April 13, 2023

इंडिया न्यूज़,(Prayagraj’s CJM approves police remand of Atiq Ahmed): प्रयागराज के सीजीएम कोर्ट ने माफिया डॉन अतीक अहमद को 4 दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है। बेटे के एनकाउंटर की खबर के बाद अतीक अहमद के लिए पुलिस रिमांड की स्वीकृति एक और बड़ा झटका है। प्रयाग राज के धूमनगंज थाने की पुलिस ने सीजेएम से 14 दिन की रिमांड मांगी थी। अतीक अहमद के वकील और अभियोजन पक्ष की ओर से हुई गरमागरम बहस के बाद सीजेएम ने अतीक अहमद और उसके भाई अफसर अहमद को 7 दिन के लिए धूमनगंज पुलिस के हवाले कर दिया।

अतीक के ऊपर जूते चप्पल और बोतलें फेंकी

रिमांड मिलते ही पुलिस अतीक और उसके भाई अफजल को तुंरत मेडिकल के लिए ले गई। जहां से इन दोनों को अज्ञात स्थान पर रख कर पूछताछ की जाएगी। अतीक अहमद पर सौ से अधिक आपराधिक मामले हैं। वहीं अफजल पर भी दर्जनों मामले दर्ज हैं। जिस प्रयागराज में कभी अतीक के नाम का सिक्का चला करता था, आज जब वह कोर्ट में सुनवाई के बाद निकला तो उसके ऊपर जूते चप्पल और बोतलें फेंकी गईं। पिछले दिनों पुलिस टीम ने अदालत से जारी बी वारंट को जेल में तामील कराया था।

अतीक और अशरफ को सीजेएम कोर्ट में पेश करने से पहले कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे। सीजेएम कोर्ट में दोनों पक्षों के वकीलों के अलावा किसी अन्य वकील के आने पर भी पाबंदी थी। आम लोगों को तो आज कोर्ट के दरवाजे पर ही रोक दिया गया था। फिर भी दो घण्टे से ज्यादा चली बहस के दौरान सीजेएम कोर्ट के बाहर वकीलों का जमाबड़ा हो गया और नारे लगने लगे। हालात को भांपते ही सीजेएम ने अतीक और अशरफ को तत्काल कोर्ट परिसर से ले जाने का हुक्म दिया।

असद और गुलाम झांसी एनकाउंटर में मारे गए 

जैसे ही पुलिस कड़ी सुरक्षा के साथ अतीक और अशरफ को कोर्ट परिसर से बाहर लेजाने लगी तो एक बार भीड़ ने फिर घेर लिया तो आरएएफ को आगे आकर मोर्चा संभालना पड़ा तब कहीं अतीक और अशरफ को पुलिस की गाडियों में बिठाया जा सका। इसी बीच भीड़ में से किसी ने जूता उछाला लेकिन वो किसी को लगा नहीं। ऐसा भी बताया जाता है कि जिस समय अतीक की रिमांड पर बहस चल रही थी उसी वक्त खबर आई कि असद और गुलाम झांसी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं तो अतीक अहमद टूट गया और फूट-फूट कर रोने लगा। वो धड़ाम से कटघरे के फर्श पर बैठ गया और काफी देर तक रोता रहा।

यह भी पढ़ें : Delhi High Court: होटल और रेस्तरां में सेवा शुल्क को ‘कर्मचारी कल्याण कोष’ के नाम से बदला जा सकता है- दिल्ली हाई कोर्ट

Connect With Us : Twitter, Facebook

Tags: