इंडिया न्यूज, अमृतसर (New controversy in Sri Harmandir Sahib): अमृतसर स्थित श्री हरिमंदिर साहिब में तिरंगे को लेकर एक बार फिर से विवाद दिखाई दिया। हालांकि इस बार मामला बढ़ता देख एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण ग्रेवाल ने तुरंत दखल देते हुए मामले को निपटा दिया। लेकिन सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो लाखों लोगों तक पहुंच गया है।
दरअसल एक लड़की दरबार साहिब में माथा टेकने के लिए जाने लगी। इसी दौरान उसे एक सिख व्यक्ति ने रोकते हुए कहा कि उसके चेहरे पर तिरंगा बना हुआ है इसलिए वह अंदर नहीं जा सकती। इस बारे में दोनों के बीच बहस हो जाती है। जिसमें पता चलता है कि लड़की हरियाणा से संबंध रखती है।
इस बहस के दौरान लड़की जब उस व्यक्ति को कहती है कि क्या यह इंडिया नहीं है तो इसका जवाब देते हुए वह व्यक्ति कहता है कि नहीं यह इंडिया नहीं बल्कि पंजाब है। इसके बाद काफी बहस होती है और मामला हाथापाई तक भी पहुंचता है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कहा कि गोल्डन टेंपल श्री गुरु रामदास जी का दरबार है। इसमें किसी भी जाति, धर्म, देश के व्यक्ति को आने से नहीं रोका जाता और न रोका जा सकता है। एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण ग्रेवाल ने कहा कि उनके ध्यान में भी ऐसा मामला आया है।
इसका उन्हें बेहद अफसोस है और दुख है। लेकिन उन्होंने साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो पर भी कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि कमेंट कर रहे लोगों को यह भी याद रखना चाहिए कि इस तिरंगे के लिए इस देश की आजादी के लिए 100 में से 90 कुर्बानियां सिखों ने दी हैं। सिखों ने ही तिरंगे की शान को दुनिया में बढ़ाया है।
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