India News (इंडिया न्यूज़), Political journey of Prakash Singh Badal , चंडीगढ़ : प्रकाश सिंह बादल 1970 से 1971 तक फिर 1977 से 1980 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद 1997 से 2002 तक और 2007 से 2017 तक पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वह 1995 से 2008 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे।प्रकाश सिंह बादल ने केंद्रीय कृषि मंत्री के तौर पर भी काम किया था।
प्रकाश सिंह को 30 मार्च 2015 को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। वह 1995 से 2008 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे। अब सुखबीर सिंह बादल पार्टी के अध्यक्ष हैं। भारत सरकार ने प्रकाश सिंह बादल को 2015 में दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से सम्मानित किया।
प्रकाश सिंह बादल पंजाब की राजनीति में आने से पहले गांव बादल के सरपंच और बाद में लंबी ब्लॉक समिति के अध्यक्ष थे। उन्होंने साल 1957 में पहली बार शिअद की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था। इसके बाद 1969 में वह फिर से चुने गए। इस दौरान उन्होंने सामुदायिक विकास, पंचायती राज, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री के रूप में कार्य किया।
प्रकाश सिंह बादल ने चार कार्यकालों के लिए बतौर पंजाब सीएम काम किया। 1970 में वह सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने थे। विपक्ष में भी अहम भूमिका निभाई। वह 1972, 1980 और 2002 में विपक्ष के नेता थे। इतना ही नहीं, मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री रहते वह सांसद भी चुने गए।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने प्रकाश सिंह के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल के निधन की खबर से दुखी हूं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
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