होम / Char Dham Yatra Update : खराब मौसम के चलते रुकी चार धाम यात्रा

Char Dham Yatra Update : खराब मौसम के चलते रुकी चार धाम यात्रा

• LAST UPDATED : April 30, 2023
  • एनआईटी उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास जहां चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा

India News (इंडिया न्यूज), Char Dham Yatra Update, नई दिल्ली : उत्तर भारत में इन दिनों मौसम काफी ज्यादा परिवर्तनशील है। अमूमन अप्रैल और मई में यहां पर मौसम शुष्क होता है और खूब गर्मी रहती है। लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत खासकर पहाड़ी क्षेत्रों के मौसम में काफी ज्यादा बदलाव देखा जा रहा है। यहां पहाड़ी क्षेत्रों में जहां लगातार बर्फबारी का दौर जारी है वहीं मैदानी क्षेत्रों में बारिश पड़ रही है। इस मौसमी बदलाव का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है।

जानकारी के अनुसार केदारनाथ और बद्रीनाथ में भारी बर्फबारी हो रही है। वहीं निचले इलाकों में बारिश के कारण सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर जमा हो गए। जिसके चलते देर रात चार धाम यात्रा रोक दी गई। यात्रियों से आस-पास के शहरों में रहने की अपील की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, एनआईटी उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास जहां चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा है, वहां चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं।

तीर्थयात्रियों के लिए जारी की गई एडवाइजरी

खराब मौसम और कोरोना संक्रमण के चलते किसी भी संभावित खतरे से बचने के लिए लोकल प्रशासन से लेकर राज्य सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट है। यही कारण है कि शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्रद्धालुओं को सलाह दी थी कि वे कोविड-19 सहित सभी मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद ही तीर्थ यात्रा की योजना बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एक एसओपी जारी की गई है और इस साल तीर्थ यात्रा करने वालों को इसका पालन करने की आवश्यकता है।

गुरुवार को खुले थे बदरीनाथ धाम के कपाट

ज्ञात रहे कि चारधाम यात्रा के चलते बदरीनाथ धाम के कपाट गत गुरुवार को खोले गए थे। गुरुवार सुबह जैसे ही बदरीनाथ धाम के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खुले, पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर की गई। पवित्र मंदिर के औपचारिक उद्घाटन को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। गुरुवार सुबह चार बजे कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि कुबेर-जी, श्री उद्धव-जी और गाडू घड़ा को दक्षिण द्वार से मंदिर परिसर में लाया गया।

Tags: