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Haryana Assembly Election 2024 : प्रदेश में चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज, गठबंधन पर भी सियासत

• LAST UPDATED : May 3, 2023
  • भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहती है इनेलो
  • हुड्डा सरकार में ही ओपी चौटाला को हुई थी जेल

India News (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Election 2024, नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के साथ अगले वर्ष 2024 में हरियाणा मेें भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर अभी से प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। कोई दल परिवर्तन पदयात्रा निकाल रहा है तो कहीं बैठकों का दौर चलना शुरू हो गया है। प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले इन दिनों गठबंधन पर भी सियासत चल रही है।

भाजपा-जजपा गठजोड़ पर अभी कुछ स्पष्ट नहीं

वहीं अभी स्पष्ट नहीं कहा जा जा रहा कि प्रदेश में गठबंधन वाली भाजपा-जजपा अगले वर्ष चुनाव में एक साथ चुनाव लड़ेंगे या नहीं। दूसरी तरफ भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) किसी भी दल से गठबंधन को तैयार है। इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला हो या इनेलो विधायक व उनके बेटे अभय चौटाला, दोनों ही नेता भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए आगामी चुनाव में कांग्रेस संग गठबंधन करने के लिए तैयार हैं।

कांग्रेस का इनेलो के साथ गठबंधन पर ये बोले हुड्डा

भूपेंन्द्र सिंह हुड्डा

ओपी चौटाला और उनके बेटे जजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला हुड्डा सरकार के कार्यकाल में ही जेबीटी भर्ती घोटाले में जेल गए थे, लेकिन इसके बावजूद आज के दौर में इनेलो को कांग्रेस से गठबंधन करने में कोई परहेज नहीं है। वहीं नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस सवाल को काल्पनिक बताते हुए इस सवाल का जवाब इनेलो से ही पूछने को कहा।

राजनीतिज्ञों का यह है कहना

वहीं राजनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर गुरमीत सिंह ने कहा है कि बात चाहे भाजपा-जजपा गठबंधन की हो या कांग्रेस-इनेलो के गठबंधन की, दोनों मामलों में समान बात यह कि भाजपा और कांग्रेस राष्ट्रीय दल हैं और हरियाणा में दोनों का जमीनी स्तर पर अपना-अपना संगठन है। ऐसे में दोनों पार्टियां प्रदेश में आगामी चुनावों में गठबंधन की राजनीति से परहेज ही करना चाहेंगी। चुनाव से पहले के हालात ऐसे ही नजर आ रहे हैं।

इनेलो-कांग्रेस के साथ आने पर होगा सीटों का बंटवारा

प्रोफेसर गुरमीत के अनुसार यह भी कि अगर दोनों दल चुनावों से पहले गठबंधन करते हैं तो इससे सीटों का बंटवारा होगा। ऐसा होने पर दोनों ही दलों के कई नेताओं की भविष्य की राजनीति पर भी इसका असर पड़ेगा। जहां तक इनेलो की बात है तो वह इस समय मात्र एक विधायक पार्टी है। यदि उसका कांग्रेस के साथ गठबंधन होता है तो कांग्रेस पर शायद ही इसका कोई फर्क पड़े, लेकिन इनेलो को जरूर इसका फायदा होगा।

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