India News (इंडिया न्यूज), PM Modi G7 Summit Live, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार की सुबह जी-7, क्वाड समूह व अन्य प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए जापान, पापुआ न्यू गिनी और आस्ट्रेलिया के छह दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए। वह जापान के हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। यह हिरोशिमा जापान का वही शहर है, जहां द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने परमाणु बम गिराया था। इस परमाणु बम से पूरा का पूरा शहर तबाह हो गया था और इस विभिषका से आज भी वहां परिणाम मौजूद हैं। जापान के दूसरे नगर नागासाकी पर भी उस दौरान परमाणु बम से हमला किया गया था।
बता दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद पीएम मोदी दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो हिरोशिमा पहुंच रहे हैं। इसी के साथ इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्रित्व काल में हुए पोखरण परमाणु विस्फोटों के बाद पीएम ऐसे भारत के प्रधानमंत्री हैं जो पहली बार हिरोशिमा के दौरे पर जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत जी7 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और मेहमान देशों के प्रमुखों को हिरोशिमा में उन परिवारों से भी मिलवाया जाएगा, जिनके परिजन परमाणु हमले के शिकार हुए थे। विदेशी मामलों के जानकारों का मानना है कि इसके पीछे जापान की एक मंशा यह भी हो सकती है कि वह प्रधानमंत्री मोदी के सामने हिरोशिमा में ‘इमोशनल ग्राउंड’ पर परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) की भूमिका बनाए। हालांकि भारत पहले से ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह कहता आया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए है।
विदेश दौरे पर जाने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जापान में जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति भारत के लिए उपयोगी साबित होगी क्योंकि वर्तमान में जी20 की अध्यक्षता भारत के पास है। उन्होंने कहा कि वह दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों और सामूहिक रूप से उनसे निपटने की आवश्यकता पर जी7 देशों और अन्य आमंत्रित भागीदारों के साथ विविध वैश्विक विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हैं।
पीएम मोदी ने यह भी कहा, मैं हिरोशिमा जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करूंगा। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मिलने के लिए भी उन्होंने अपनी खुशी भी जाहिर की। पीएम ट्वीट कर यह भी कहा, मैं जापान यात्रा के बाद, एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पापुआ न्यू गिनी में मौजूद रहूंगा। यह बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। इस दौरान विभिन्न लोगों से सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा। किसी भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा प्रशांत द्वीप राष्ट्र की यह पहली यात्रा है।
आस्ट्रेलिया में सिडनी की यात्रा से पहले पीएम मोदी कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। प्रधानमंत्री की अपने आस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीस के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी। उन्होंने कहा कि यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लेने और मार्च में नई दिल्ली में आयोजित हमारे पहले भारत-आॅस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन पर आगे बढ़ने का अवसर होगा।
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