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BJP leader Ashwini Reacts on Rs 2000 : दो हजार रुपए के नोटों को बिना फॉर्म, पहचान पत्र के बदले जाने के विरोध में जनहित याचिका दायर

• LAST UPDATED : May 22, 2023

India News (इंडिया न्यूज), BJP leader Ashwini Reacts on Rs 2000, नई दिल्ली : हाल में चलन से वापस लिए गए 2,000 रुपए के नोटों को बिना जरूरी फॉर्म या पहचान पत्र के बदले जाने के विरोध में सोमवार को उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई। इस बारे में भाजपा नेता एवं अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय ने अपनी याचिका में दलील दी कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अधिसूचनाएं मनमानी, अतार्किक हैं और भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करती हैं।

याचिका में कहा गया है कि बड़ी संख्या में नोट या तो लोगों के लॉकर में पहुंच गए हैं या ‘‘अलगाववादियों, आतंकवादियों, माओवादियों, मादक पदार्थ के तस्करों, खनन माफियाओं तथा भ्रष्ट लोगों ने जमा कर रखे हैं।’’ इसमें कहा गया है कि अधिक मूल्य के नोट में नकद लेन-देन भ्रष्टाचार का मुख्य स्रोत है तथा इन नोटों का आतंकवाद, नक्सलवाद, अलगाववाद, कट्टरपंथ, जुआ, तस्करी, धन शोधन, अपहरण, वसूली, रिश्वतखोरी और दहेज आदि जैसे गैरकानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है। याचिका के अनुसार यह देखते हुए आरबीआई और एसबीआई कोयह सुनिश्चित करना चाहिए कि 2,000 रुपए के नोट केवल संबंधित बैंक खातों में ही जमा किए जाएं।

2,000 रुपए के नोट केवल बैंक खातों में ही जमा कराए जाएं

याचिका में कहा गया है, ‘‘हाल में केंद्र ने यह घोषणा की थी कि प्रत्येक परिवार के पास आधार कार्ड तथा बैंक खाता होना चाहिए। फिर क्यों आरबीआई बिना पहचान पत्र के 2,000 के नोट बदलने की अनुमति दे रहा है। यह बताना भी जरूरी है कि गरीबी रेखा से नीचे 80 करोड़ परिवारों को मुफ्त अनाज मिलता है।

अत: याचिकाकर्ता आरबीआई तथा एसबीआई को यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का निर्देश देने का अनुरोध करता है कि 2,000 रुपए के नोट केवल बैंक खातों में ही जमा कराए जाएं। इसमें कहा गया है कि 2,000 रुपए के नोट बैंक खातों में जमा कराने से उन लोगों की आसानी से पहचान हो सकेगी जिनके पास काला धन और आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति है।

19 मई को 2,000 रुपए के नोटों का चलन वापस लेने की घोषणा की थी

गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 19 मई को 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने सभी स्थानीय प्रधान कार्यालयों के मुख्य महाप्रबंधक को पत्र लिखकर कहा है कि आम लोगों को एक बार में कुल 20,000 रुपए तक के 2,000 रुपए के नोटों यानी 2,000 रुपए के दस नोटों को बदलने के लिए किसी फॉर्म की जरूरत नहीं होगी। बैंक ने 20 मई के पत्र में कहा, ‘‘विनिमय के समय कोई पहचान प्रमाण प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं है।

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