सिरसा/अमर सिंह जयानी
सिरसा के बरनाला रोड पर सीडीएलयू में आने वाले छात्रों की गाड़ियों से किसान आंदोलन के झंडे हटवाने पर किसानों ने विरोध जताया है. शुक्रवार दोपहर को भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविन्द्र सिंह के नेतृत्व में किसान चै.देवीलाल विश्वविद्यालय में पहुंचे है. यहां सुरक्षा कर्मियों से भी किसान प्रतिनिधियों की झंडा हटाने को लेकर बहस हुई.
सिविल लाईन थाना प्रभारी विक्रम पुलिस टीम सहित, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. अजमेर सिंह मलिक भी मौके पहुँचे. किसानों और मलिक के बीच कई देर तक बहस हुई. किसानों ने आरोप जड़ा की विश्वविद्यालय को राजनीतिक का अखाड़ा बनाया जा रहा है. राजनीतिक पार्टियों के कार्यक्रम होने पर किसी को आपत्ति नहीं है. इसके विपरित जन-जन की आवाज बन चुके किसान आंदोलन के झंडे लगी गाड़ियों से जबरदस्ती झंडे उतरवाए जा रहे हैं. जोकि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी लेकर वे आज ज्ञापन सौंपने आए हैं.विश्वविद्यालय के कुलपति ने किसानों से कहा कि परिसर से कोई भी झंडा लगे उन्हें दिक्कत नहीं है लेकिन विश्वविद्यालय में झंडे लगाकर आने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. झंडे हटाने होंगे, इसको लेकर किसानों और वीसी के बीच तल्खी भी हुई. किसानों के नारेबाजी करने पर वीसी बिना ज्ञापन लिए वापिस लौट गए.
भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविन्द्र सिंह औलख ने कहा कि चै. देवीलाल विश्वविद्यालय राजनीतिक का अखाड़ा बनता जा रहा है. यहां राजनीतिक कार्यक्रमों पर कोई रोक नहीं है. किसान और मजदूर की आवाज उठाने वाले किसान आंदोलन के झंडे को हटवाया जा रहा है. उन्होंने विश्वविद्यालय कुलपति पर राजनीतिक पार्टियों का समर्थन करने के आरोप लगाए है. शीघ्र इस मामले को लेकर सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा.