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Haryana:कोरोना की तीसरी लहर के आने से पहले स्वास्थ्य विभाग की तैयारी

• LAST UPDATED : June 26, 2021

देवीदास शारदा

कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के वार्ड बनाए जाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी बच्चों के वार्ड बनाए जा रहे है. कोविड अस्पताल ईएसआइ और सिविल अस्पताल में भी 45 बेड बच्चों के लिए अलग से बनाए जाएंगे. कोरोना संक्रमण होने पर बच्चों के लिए 45 तरह की दवाईयों की डिमांड भी सरकार को भेजी गई है. जिन्हें बच्चों के संक्रमित होने पर किटों के जरिए भेजा जाएगा. 

कोरोना संक्रमण फिलहाल काबू में हैं. अब रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या भी दहाई अंक से नीचे पहुंच चुकी है, लेकिन कोरोना के एक बार फिर आने की आशंका है. जिसमें बच्चों के संक्रमित होने का खतरा जताया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में पहले ही तैयारियां शुरू कर दी है. बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाए जाएंगे. इस बार सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के लिए 20 बेड वार्ड आरक्षित किए जाएंगे. जिले में सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है. सरस्वतीनगर, रादौर, नाहरपुर, जठलाना, प्रतापनगर, छछरौली व बिलासपुर में है. इन सभी केंद्रों पर 20-20 बेड के वार्ड बच्चों के लिए बनाए जाएंगे। इसके साथ ही ईएसआइ कोविड अस्पताल में  25 बेड और सिविल अस्पताल यमुनानगर में 20 बेड का वार्ड बनाया जाएगा. वहीं सिविल अस्पताल में 16 और जगाधरी सिविल अस्पताल में 18 बेड का एनसीयू(सिंक न्यूबोर्न केयर यूनिट) बना हुआ है. सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. बच्चों के वार्ड बनाए जा रहे हैं, इसके साथ ही पात्रता के दायरे में आने वाले सभी लोगों को वैक्सीन लगाने पर जोर दिया जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके.

मार्च 2021 के बाद कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी जो बेहद खतरनाक तरीके से फैली थी. करीब 300 लोगों ने जान गंवाई थी. इस लहर में करीब 800 बच्चे भी चपेट में आए थे. हालांकि बच्चों की इम्यूनिटी पावर मजबूत होने की वजह से वह रिकवर कर गए थे. कुछ ही बच्चों को अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा. रामपुर खेड़ी की आठ वर्षीय बच्ची की पीजीआइ में कोरोना से मौत हुई थी. तीसरी लहर में बच्चों के अधिक चपेट में आने की एक वजह यह भी है कि बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए कोई वैक्सीन अभी तक नहीं आई है. 18 प्लस वालों का टीकाकरण किया जा रहा है. जिले में करीब साढ़े तीन लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. ऐसे में उनके अंदर कोरोना से लड़ने की ताकत आ चुकी है.

 

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