पलवल/ऋषि भारद्वाज
पलवल के केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर भाजपा कार्यालय पर आपातकाल के लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्यतिथि शिरकत की है. इस अवसर पर पलवल विधायक दीपक मंगला, भूमि सुधार एवं विकास निगम के चेयरमैन और होडल विधायक जगदीश नायर,हथीन विधायक प्रवीण डागर भी मौजूद रहे.
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि 25 जून 1975 में कांग्रेस की सरकार ने राष्टीय आपातकाल घोषित कर दिया था. 21 मार्च 1977 तक पूरा देश एक बडे जेलखाने में तब्दील रहा. आपातकाल के दंश से पलवल के लोग भी अछूते नहीं रहे. आपातकाल के विरोध में देशभर में राष्टीय स्वंयसेवक संघ व जनसंघ के कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह किया था. इनमें पलवल के 31 सत्याग्रहियों की टोली ने आपातकाल हटाओं, लोकतंत्र बचाओं के नारे लगाते हुए जुलूस निकाला तो पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था. राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि आपातकाल के दौरान प्रैस की आजादी को भी छीना गया.
अखबारों को सरकार के खिलाफ लिखने की अनुमति नही थी. लोगों को यातनाऐं दी गई और प्रताडि़त किया गया. कांग्रेस पार्टी ने दुनिया के सबसे बडे लोकतांत्रिक देश भारत में लोकतंत्र की हत्या कर दी थी. युवा पीढियों को कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के बारे में बताने के लिए हर साल आपातकाल दिवस को मनाया जाता है. जिन लोगों ने आपातकाल का विरोध किया,जेलों में गए उन लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान दिया गया है.