डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Politics Update, चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनावों की आहट से पहले ही प्रदेश की राजनीति में जमकर खींचतान चल रही है। पिछले 2 दिनों से तो हरियाणा की राजनीति में सियासी भूचाल आया हुआ है। कुछ दिन पहले तक तो सबकी नजरें मुख्य सत्ताधारी दल भाजपा और सहयोगी के बीच गठबंधन को लेकर बयानबाजी तक ही सीमित रही। इसी कड़ी में 8 जून को चार निर्दलीय विधायकों ने भाजपा प्रभारी बिप्लब देव से मुलाकात की। इसके बाद नए सियासी समीकरणों की आहट मजबूत होने लगी।
रही-सही कसर 9 जून को पूरी हो गई, जब हलोपा विधायक ने बिप्लब देव से मुलाकात की। इसके अलावा निर्दलीय विधायक व कैबिनेट मिनिस्टर रणजीत सिंह भाजपा प्रभारी से मुलाकात करेंगे। इसके बाद तो सोशल मीडिया पर भाजपा और जजपा के बीच गठबंधन टूटने की चर्चाएं बलवती हो गई। राजनीति में कब क्या हो जाए, पुख्ता तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता, वहीं एक बात साफ है कि जिस तरह से निर्दलीय विधायक खुलकर भाजपा के समर्थन में आए हैं, उससे जजपा के खेमे में हलचल बढ़ गई है।
वहीं निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने भी भाजपा को समर्थन दे रखा है। शुक्रवार को वे निरंतर सुर्खियों में रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रभारी को जजपा के साथ गठबंधन नहीं रखने का सुझाव दिया है। जजपा की कमियों के चलते भाजपा को नुकसान हो रहा है। इस बारे में उन्होंने अवगत करवा दिया है।
वहीं गठबंधन टूटने की स्थिति में मंत्री बनने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि अगर सरकार उनको कोई भी जिम्मेदारी देगी तो वो उसको पूरे मन से निभाएंगे। साथ ही सांगवान ने खुलासा किया कि जजपा के कई असंतुष्ट एमएलए भाजपा का दामन कभी भी थाम सकते हैं। वहीं ये बता दें कि ये किसी से छिपा नहीं कि जजपा कोटे से मंत्री बने देवेंद्र बबली सीएम की गुड बुक्स में हैं और कई बार दुष्यंत चौटाला पर ही सवाल उठा चुके हैं। रामकुमार गौतम शुरू से ही खिलाफत में हैं। रामनिवास सुरजाखेडा और ईश्वर सिंह भी कई दफा अपने देवर दिखा चुके हैं।
जानिए निर्दलीय विधायकों के समीकरण
हरियाणा में 7 निर्दलीय विधायक हैं जिसमें पूंडरी से रणधीर गोलन, महम से बलराज कुंडू, रानियां से रणजीत सिंह, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद, दादरी से सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और पृथला से नयनपाल रावत हैं। एक अन्य हलोपा के विधायक गोपाल कांडा है। उधर भाजपा के पास 41, कांग्रेस के पास 30, जजपा 10, इनेलो 1 और हलोपा के पास 1 विधायक है। निर्दलीय विधायकों में महम के बलराज कुंडू को छोड़कर बाकी 7 सभी विधायक सरकार के साथ है। निर्दलीय विधायकों में से रणजीत सिंह को सरकार ने बिजली मंत्री बनाया हुआ है, जबकि कुछ विधायकों को चेयरमैनी दी । हालांकि फिलहाल चेयरमैन के कई पद खाली पड़े हुए हैं।
9 जून तक पांच निर्दलीय विधायक भाजपा प्रभारी से मुलाकात कर चुके हैं। 8 जून को 4 निर्दलीय विधायकों ने उनसे मुलाकात की और निर्दलीय विधायकों में धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान शामिल रहे। इन सभी ने भाजपा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि वो किसी भी हालत में भाजपा को समर्थन देने से पीछे नहीं हैं। इसके बाद 9 जून को उन्होंने हलोपा के गोपाल कांडा ने मुलाकात की।
वहीं एक और निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत अभी तक भाजपा प्रभारी से नहीं मिले। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि वो बाहर हैं। भाजपा सरकार द्वारा उनको चेयरमैन भी बनाया गया था और उनका कार्यकाल खत्म हो गया है। हालांकि वो शुरू से सीएम मनोहर लाल के करीब हैं और भाजपा के समर्थन में खड़े हैं।