India News, इंडिया न्यूज़, Chandrayaan 3 Moon Landing, बेंगलुरु : आखिर जिसका इंतजार था वो उपलब्धि भारत ने अपने नाम हासिल कर ही ली। जी हां अब भारत भी चांद पर जा पहुंचा है। 23 अगस्त 2023 समय शाम का 6 बजकर 4 मिनट, जिस पर देश ही नहीं विश्वभर की टकटकी लगी थी। ठीक समय पर चंद्रयान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड कर गया। लैंड करते ही पूरे भारत में खुशी का माहौल देखा गया। बड़ी बात है कि इस इलाके में लैंड करने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया।
वहीं आपको बता दें कि 14 घंटे बाद गुरुवार सुबह लैंडर से रोवर प्रज्ञान बाहर आ गया है और चांद की सतह पर लगातार घूम रहा है। इसरो के यूट्यूब चैनल पर गुरुवार की सुबह तक 7 करोड़ लोग लैंडिंग का टेली-कास्ट देख चुके हैं।
भारतीय अंतरिक्ष संस्थान केंद्र (ISRO) का यह तीसरा प्रयास था। सन् 2008 में चंद्रयान-1 ने चांद पर पानी खोजा, वर्ष 2019 में चंद्रयान-2 चांद के पास तो पहुंच गया था लेकिन लैंडिंग नहीं कर पाया था। 2023 में चंद्रयान-3 चांद पर लैंड कर गया। चंद्रयान-3 ने बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर पहला कदम रखा।
14 जुलाई का वह दिन था जब चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया था। दूसरा 23 अगस्त का है, जब विक्रम लैंडर चंद्रमा पर लैंड हुआ। वहीं ISRO के डायरेक्टर एस. सोमनाथ ने कहा कि अब अगले 14 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। प्रज्ञान हमें चांद के वातावरण के बारे में जानकारी देगा।
चंद्रयान-3 के मिशन से लोगों को कई फायदे होने वाले हैं। चांद पर पानी की खोज से लेकर वहां की मिट्टी की जांच तक, सभी महत्वपूर्ण जानकारियां हमें हमारे मिशन के जरिए मिल सकेंगी। विशिष्ट तकनीक ने इस बार चंद्रयान-3 अभियान को सफल बनाया है। चंद्रयान की लैंडिंग के बाद जानना जरूरी है कि लैंड होने के बाद तीनों पेलोड क्या करेंगे। सफल लैंडिंग के बाद अब उसमें से निकलने वाले रोवर प्रज्ञान के चंद्रमा पर 14 दिनों तक काम करने की संभावना है। रोवर पर लगे कई कैमरों की मदद से हम तस्वीरें ले सकेंगे।
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग हो चुकी है। सॉफ्ट लैंडिंग के बाद रोवर प्रज्ञान में भेजे गए तीन पेलोड में से पहला चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की मिट्टी और चट्टान का अध्ययन करेगा। वहीं, दूसरा पेलोड रासायनिक पदार्थों और खनीजों का अध्ययन करेगा और देखेगा। साथ ही दूसरा पेलोड ये देखेगा कि रसायनिक पदार्थों और खनीजों के बदलते स्वरूप की जांच करेगा। वहीं, तीसरा पेलोड ये देखेगा कि चंद्रमा पर जीवन की क्या और कितनी संभावना है। पृथ्वी से इसकी कोई समानता है भी कि नहीं।
जैसे ही चंद्रयान 3 ने चांद पर अपने कदम रखे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगी झंडी लहराकर अपनी खुशी का इजहार किया। पीएम ने तुरंत बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा-यह क्षण भारत के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नए विश्वास और नई चेतना का है। अमृतकाल में अमृतवर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया। हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के साक्षी बने हैं।