कैथल
हरियाणा में आज सिविल सर्जन कार्यालय पर स्वास्थ्य विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने एकत्र होकर जोरदार प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की.कैथल के कर्मचारीयों ने नए सिरे से ठेका छोड़े जाने पर पहले से काम कर रहे ठेका कर्मियों ने 01 मई से हाजरी नहीं लगाये जाने के विरोध में 2 महीने से बकाया वेतन का भुगतान करवाने लिए 30 जून को सिविल सर्जन कार्यालय पर उन्होंने अपनी मांगो के समर्थन में प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की.
इस संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए ठेका कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने बताया की स्वास्थ्य विभाग के ठेका कर्मचारी कोरोना काल में लगातार अपनी जान की परवाह किए बिना संतोषजनक तरीके से अपनी सेवाएं दे रहे है.लेकिन 01 मई से नए सिरे से ठेका छोड़े जाने के बाद इन कोरोना योद्धाओं की हाजरी तक नहीं लगाई जा रही है. जबकि श्रम आयुक्त हरियाणा के 2010 में जारी किए गए पत्र के अनुसार ठेकेदार बदले जाने पर पहले से कार्यरत कर्मचारियों को हटाया नहीं जा सकता है. उन्होंने बताया कि ठेका कर्मचारियों को 2 महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा जिसकी वजह से उन्हें कई आर्थिक विपत्तियों का सामना करना पड़ रहा है.
हरियाणा के 2010 में जारी किए गए पत्र के अनुसार ठेकेदार बदले जाने पर पहले से कार्यरत कर्मचारियों को हटाया नहीं जा सकता है 01 मई से नए सिरे से ठेका छोड़े जाने के बाद इन कोरोना योद्धाओं की हाजरी तक नहीं लगाई ठेका कर्मचारियों को 2 महीने से वेतन नहीं दिया गया जिसकी वजह से उन्हें कई आर्थिक विपत्तियों का सामना करना पड़ा. इन सभी मांगों को पुरा किया जाए.एक तरफ जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों की बेहद कमी बनी हुई है.और ठेकेदार आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का शोषण करने के लिए जान बूझ कर कलायत वाले कर्मचारी को गुहला चीका और गुहला चीका के कर्मचारोयों कलायत तबादल करता रहा है. ठेका कर्मचारियों के प्रति स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के इस तरह के रवैये और उनकी ठेकेदारों से मिली भगत को लेरकर जिले के ठेका कर्मचारियों में भारी रोष है