डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज़), khelo india, चंडीगढ़। खेलों के मामले में हरियाणा किसी परिचय का मोहताज नहीं। बॉक्सिंग, कुश्ती, कबड्डी और एथलेटिक्स समेत सभी तरह के खेलों में हरियाणा के खेलों ने लोहा मनवाया है। वहीं प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों की ट्रेनिंग व खेल प्रमोशन को लेकर कई तरह की प्लानिंग व प्रयास भी किए गए हैं। इसी कड़ी में सरकार द्वारा खेलो इंडिया का आयोजन किया गया था। इसमें तमाम राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के खिलाड़ियों का चयन किया जाता है।
इस मामले में हरियाणा सबसे आगे रहा। खेलों इंडिया के लिए सबसे ज्यादा खिलाड़ी हरियाणा से चयनित किए गए। इनमें महिला व पुरुष कैटेगरी दोनों के खिलाड़ी हैं। आंकड़ों में सामने आया है कि जितने भी खिलाड़ियों के चयन खेलों इंडिया के लिए किया गया है, उनसे करीब छठा हिस्सा हरियाणा के खिलाड़ियों का हैं। वहीं इस मामले में हरियाणा ने देश के सभी राज्यों को मात दी है। बता दें कि मामले को लेकर युवा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भी सदन में जानकारी मांगी थी।
आधिकारिक आंकड़ों में सामने आया है कि खेलो इंडिया के तहत देशभर के तमाम राज्यों से कुल 2510 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। इनमें से महिला व पुरुष दोनों कैटेगरी में करीब-करीब बराबर ही खिलाड़ी हैं। उपरोक्त में कुल पुरुष खिलाड़ियों की संख्या 1271 है और इनमें महिला खिलाड़ियों की संख्या 1239 है। हरियाणा की बात करें तो यहां से कुल 406 खिलाड़ियों चयन किया गया है।
इनमें से 200 महिला खिलाड़ी हैं और 206 पुरुष खिलाड़ी हैं। हरियाणा चयनित खिलाड़ियों के मामले में देशभर में सबसे आगे है। वहीं हरियाणा के बाद दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र है, जिसके 312 खिलाड़ी चयनित हुए हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश से 173 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। वहीं पड़ोसी राज्य पंजाब इस लिस्ट में 159 खिलाड़ियों के साथ चौथे स्थान पर है। देश की राजधानी दिल्ली 148 खिलाड़ियों के साथ पांचवें स्थान पर है।
वर्तमान में खेलो इंडिया स्कीम के तहत कुल 2510 खेलो इंडिया एथलीटों को सहायता मिल रही है। इसका राज्यवार और हर बार विवरण अनुबंध में खेलो इंडिया स्कीम के तहत पहचाने गए एथलीटों के पास आवासीय/ गैर-आवासीय प्रशिक्षण के लिए नामांकन करने का विकल्प होता है और उन्हें प्रशिक्षण में शामिल होने के महीने से 10,000/- रु प्रति माह का जेब खर्च दिया जाता है।
वहीं प्रदेश के 406 खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग ली। खेलो इंडिया के तहत मान्यता प्राप्त अकादमियों जहां एक खेलो इंडिया एथलीट आवासीय प्रशिक्षण के लिए शामिल होता है। साथ ही कोचिंग, खेल विज्ञान सहायता, आहार उपकरण उपभोग्य सामग्रियों, बीमा शुल्क आदि जैसी सुविधाओं के लिए प्रति एथलीट प्रति वर्ष अतिरिक्त 5.08 लाख रु. का समर्थन दिया जाता है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में उपलब्ध खेल अवसंरचना सुविधाओं में उत्कृष्ट एथलीटों के लिए उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण सहित बड़ी संख्या में एथलीटों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने की पर्याप्त क्षमता है।
आगे उन्होंने बताया कि साल 2018-19 में 2409 खिलाड़ियों को देश व 314 को विदेश में, साल 2019-20 में 2789 खिलाड़ियों को देश में व 351 को विदेश में, 2020-21 में 954 खिलाड़ियों को देश में व 80 को विदेश में, 2021-22 में 1440 खिलाड़ियों को देश में व 304 को विदेश में और 2022-23 में 2572 खिलाड़ियों को देश में और 205 को विदेश में प्रशिक्षण मिला।
पिछले नेशनल गेम्स में हरियाणा के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और देशभर में हम टॉप थ्री में रहे। हरियाणा के खाते में कुल 116 मेडल आए थे और इनमें से 38 गोल्ड थे। सभी खिलाड़ियों को केश अवार्ड भी बिना किसी आवेदन के ही दिया जा रहा है। अगर टीम गेम की बात करें तो गोल्ड, सिल्वर या ब्रांज मेडल जीतने वाली टीम के सभी खिलाड़ियों का इंडिविजुअल कैटेगरी वाले खिलाड़ियों की तरह कैश अवार्ड मिलेगा।
इसके अलावा स्पेशल चांस के तहत खिलाड़ियों का नेशनल अवार्ड का कैश प्राइज बढ़ा दिया गया है। पहले गोल्ड के लिए 5 लाख, सिल्वर के लिए 3 लाख और कांस्य पद के लिए 2 लाख की इनामी राशि निर्धारित थी। इस राशि को बढ़ाकर गोल्ड के लिए 7 लाख, सिल्वर के लिए 5 लाख और कांस्य पदक के लिए 3 लाख कर दिया गया है। इसके अलावा किसी भी खेल प्रतियोगिता में शिरकत करने वाले खिलाड़ी के लिए ये राशि 51 हजार रखी गई है।
सरकार द्वारा खिलाड़ियों को उनकी परफॉर्मेंस व मेडल के आधार पर कैश अवार्ड दिए जाने निर्धारित किए जाते हैं। खिलाड़ियों को एक स्पेशल अवसर भी दिया था और इसके तहत साल 2009 से लेकर अब तक जिसका भी कैश अवार्ड पेंडिंग है, वो भी इसके लिए आवेदन कर सकता है।
इसके अलावा जो भी नेशनल व इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं, उनको कोई फार्म भरने की आवश्यकता नहीं है। उनकी परफॉर्मेंस या इंटरनेट या फिर संबंधित फेडरेशन से इस बारे जानकारी एकत्रित कर उनको सीधा कैश अवार्ड दिया जा रहा है। पिछले ओलंपिक व बड़े टूर्नामेंट में परफॉर्म करने वाले खिलाड़ियों को सीधे कैश अवार्ड दे दिया था। नेशनल गेम्स के खिलाड़ियों को लेकर भी यही नियम रहता है।
हरियाणा के खिलाड़ी ओलंपिक में भी लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक में भी हरियाणा ने अपना लोहा मनवाया है। देशभर में हरियाणा इस मामले में अव्वल रहा है। पिछले टोक्यो ओलंपिक में भारत ने 1 गोल्ड समेत 7 मेडल जीते थे। इनमें से 6 मेडल व्यक्तिगत कैटेगरी में जीते गए हैं।
इनमें से 3 मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते थे। ब्रांज मेडल जीतने वाली पुरुष हाकी टीम में भी हरियाणा के 2 खिलाड़ी थे। ओलंपिक में कुल 127 खिलाड़ियों का दल गया था और इनमें से 30 हरियाणा से थे। वहीं ओलंपिक में जीते कुल मेडल की बात करें तो भारत ने अब तक कुल 36 मेडल जीते हैं। इनमें से 23 मेडल एकल कैटेगरी में हैं। इन 23 एकल मेडल में से 7 अकेले हरियाणा के खिलाड़ियों के हैं। ये सातों मेडल पिछले 4 ओलंपिक में आए हैं।
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