India News (इंडिया न्यूज़), INLD Taunt on Opposition, चंडीगढ़ : इनेलो के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की 110वीं जयंती पर कैथल में रैली का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी की धुर विरोधी रही कांग्रेस को भी बुलावा भेजा गया, लेकिन कांग्रेस से कोई नहीं गया। इनेलो ने सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण दिया था, लेकिन पार्टी का राज्य नेतृत्व लगातार इनेलो का विरोध कर रहा था और माना जा रहा है कि इसके चलते ही ऐसा हुआ।
जैसी कि उम्मीद जताई जा रही थी, न तो पार्टी हाईकमान से कोई आया और न ही प्रदेश नेताओं में से किसी ने रैली में शिरकत की। इनेलो लगातार कह रही है कि वो कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती है, लेकिन इसके विपरीत भूपेंद्र सिंह हुड्डा शुरू से कह रहे हैं कि पार्टी को गठबंधन की कोई जरूरत नहीं। ऐसे में कांग्रेस के किसी नेता के रैली में शिरकत न करने से कहीं न कहीं इनेलो रोष में है। अब एक बार फिर इनेलो और कांग्रेस में इनेलो की तरफ से तल्खी बढ़ी है।
इनेलो लगातार कह रही कि साल 2019 की तुलना में पार्टी लगातार मजबूत हुई है और इसका जनाधार बढ़ा है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को रैली में बुलाने के बावजूद किसी भी पार्टी नेता का न पहुंचना इनेलो के लिए किसी झटके से कम नहीं है। इनेलो पिछले करीब 2 दशक से बुरे दौर से गुजर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन कर पार्टी खुद को मजबूत कर सकती है।
ये भी बता दें कि केसी त्यागी और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी कहा कि भाजपा को अलग-थलग रहकर हराया नहीं जा सकता। भाजपा को हराने के लिए सभी दलों को साथ आना होगा। केसी त्यागी और अब्दुल्ला का सीधा इशारा कांग्रेस की तरफ था कि वो भी इनेलो के साथ हरियाणा में गठबंधन कर ले। चूंकि रैली में कांग्रेस से कोई नहीं आया है तो कहीं न कहीं ये इनेलो के पक्ष में ठीक रहने वाला पहलू नहीं कहा जा सकता।
वहीं इनेलो और जजपा की 25 सितंबर को हुई रैलियों के बाद निरंतर चर्चा है कि दोनों की रैली सफल रही या फ्लॉप। साथ ही निरंतर चर्चा है कि जजपा और इनेलो की रैली में कितनी भीड़ रही। दोनों ही पार्टियो सफल रैली के आयोजन का दम भर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ बुधवार को अभय चौटाला ने कहा कि सबको पता है कि जजपा की राजस्थान के सीकर में हुई रैली में कितनी भीड़ रही।
पंचकूला से लोगों को झूठ बोलकर सीकर रैली में ले जाया गया। उन्होंने बाकायदा सीकर ले जाने का पैकेज भी ऑफर किया गया। उन्होंने कहा कि लोगों को ये भी झूठ बोला गया कि उन्होंने धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाए जाएंगे। ऐसे में मामले की इंक्वारी की जानी चाहिए।
जजपा की महिला प्रधान सरबजीत कौर ने कहा कि ऑपोजिशन उनके विस्तार से बौखला चुका है, जिस कारण उन्हें बदनाम किया जा रहा है। यह लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं, बल्कि विपक्ष की सोची-समझी चाल है। हमने ये जरूर कहा था कि समय रहा तो खाटू श्याम दर्शन जरूर कराएंगे, वो कराए भी हैं।
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