India News (इंडिया न्यूज), Farmers Memorial, चंडीगढ़ : हरियाणा के जींद के खटकड़ टोल के निकट विजय दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें खिलाड़ी से लेकर राजनेता और किसान नेता पहुंचे। कार्यक्रम में सबसे पहले 2 मिनट का मौन रखकर किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान किसान आंदोलन में यहां जींद से 19 किसानों ने अपन जान गंवाई थी। उन्हीं की याद में ही स्मारक बनाने का फैसला लिया है।
वहीं कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्षों के बाद किसान आंदोलन सबसे बड़ा आंदोलन रहा, जब हरियाणा के किसानों को चोट पड़ी तो प्रदेश के 14 सांसद किसानों के खिलाफ संसद में खड़े नजर आए। इस दौरान स्मारक बनाने के लिए सांसद कोटे से दीपेंद्र हुड्डा ने 21 लाख रुपए देने की घोषणा की।
वहीं इस दौरान राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी संबोधित किया और कहा कि लिखित तौर पर आश्वासन दिया गया था जब किसान आंदोलन स्थगित हुआ था। किसानों पर दर्ज मामले रद्द करने की मांग भी माना गई। लेकिन सरकार की हठधर्मिता के चलते आज भी किसानों पर केस चल रहे हैं। केंद्र सरकार को तुरंत एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने कहा कि जब किसान आंदोलन था तो आप पार्टी का कार्यकर्ता, नेता, विधायक, मंत्री, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सब किसानों के साथ थे। मोदी सरकार ने किसानों के स्वाभिमान से टकराने की कोशिश की थी। ये एक ऐसी लड़ाई थी, जिसमें 700 किसानों की जान गई थी। हमारा तो सपना यह है कि केंद्र में ऐसी सरकार बने जो 700 किसानों के शहीदी स्मारक बनाए ताकि आने वाली पीढ़ियां भी जान सकें।
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