होम / JP Nadda in International Gita Mahotsav : पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान से 21वीं सदी होगी सात्विक शक्तियों की : नड्डा

JP Nadda in International Gita Mahotsav : पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान से 21वीं सदी होगी सात्विक शक्तियों की : नड्डा

• LAST UPDATED : December 22, 2023
  • भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ब्रहमसरोवर पर की पूजा-अर्चना और महाआरती

  • केंद्र सरकार ने लुप्त हो रही संस्कृतियों को किया सहेजने का काम

  • महाआरती में श्रीलंका के पर्यटन मंत्री विदुरा विक्रमनायके, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद नायब सिंह सैनी, राज्यमंत्री संदीप सिंह, विधायक सुभाष सुधा ने भी की शिरकत

डॉ. राजेश वधवा, India News (इंडिया न्यूज़), JP Nadda in International Gita Mahotsav, चंडीगढ़ : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान से 21वीं सदी सात्विक शक्तियों की होगी। इन सात्विक शक्तियों के कारण 21वीं सदी सच्चाई के साथ खड़ी होगी। इन शक्तियों के कारण देश और समाज का मान बढ़ेगा और भारत एक विकसित और उज्जवल राष्ट्र बनेगा। इसी लक्ष्य को लेकर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक राष्ट्रव्यापी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस राष्ट्र को विकसित बनाने का लक्ष्य किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं है अपितु यह भारत वर्ष का लक्ष्य है, इसलिए इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी को सात्विक शक्तियों को पहचानना होगा।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में ब्रहमसरोवर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से आयोजित महाआरती और महापूजन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, महोत्सव की पार्टनर कंट्री श्रीलंका के बुद्घ शासन, धार्मिक और धार्मिक सांस्कृतिक मामलों के मंत्री विदुरा विक्रमनायके, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद नायब सिंह सैनी, राज्यमंत्री संदीप सिंह, विधायक सुभाष सुधा, डाॅ. स्वामी शास्वतानंद महाराज, स्वामी राजेंद्र दास महाराज, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, भाजपा महामंत्री एवं पूर्व विधायक डाॅ. पवन सैनी, भाजपा के जिलाध्यक्ष रवि बतान, भाजपा नेता हरपाल सिंह, प्रीतपाल पन्नु सहित जापान के प्रतिनिधिमंडल ने ब्रहमसरोवर पुुरुषोतमपुरा बाग में महापूजन और महाआरती कार्यक्रम में भाग लिया और ब्रहमसरोवर की पूजा-अर्चना की है।

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंचना सौभाग्य की बात

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंचना उनके लिए सौभाग्य की बात है। इस महोत्सव में सरकार और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के निमंत्रण पर 2 साल बाद पहुंचे हैं। इस पावन धरा पर पहुंचने से ही भगवान के आशीर्वाद की प्राप्ति हो जाती है। इस पावन धरा पर ज्ञान और आध्यात्मिकता के दर्शन हो जाते है। हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए जो आज भी पूर्णत: प्रासंगिक है।

इसी स्थान पर पूरे विश्व को ज्ञान मिला और आज के आधुनिक दौर में देश की प्राचीन संस्कृति, इतिहास, लुप्त हो रहे थे और लोग इस पावन धरा की महता को भूल रहे थे। किसी भी सरकार ने गीता जयंती को बड़े स्तर पर मनाने की सोच नहीं रखी, लेकिन भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार ने देश की प्राचीन संस्कृति, सभ्यता, कुरुक्षेत्र के महत्व और गीता के ज्ञान को फिर से पुनर्जीवित करने का काम किया।

गीता जयंती को सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का रूप दिया

इस पावन धरा पर गीता जयंती को सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का रुप दिया। यह सरकार के लिए गर्व और संतोष की बात है। इस महोत्सव के माध्यम से पवित्र ग्रंथ गीता के प्रति विश्व को पुन: जागृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने की प्रेरणा दी और इसके सरंक्षक बनके आगे बढ़े है। यह ग्रंथ किसी एक धर्म का ग्रंथ नहीं है अपितु पूरी सृष्टी और मानवता का ग्रंथ है।

पवित्र ग्रंथ गीता का विश्लेषण करने वाला कोई भी व्यक्ति नहीं मिला, ताकि इस ग्रंथ के किसी भी बिंदू पर तर्क दे सके। इस ग्रंथ को बार-बार पढऩे से ही ज्ञान की प्राप्ति होगी और भविष्य में भी इस ग्रंथ के उपदेश प्रासंगिक रहेंगे। इस ग्रंथ में आध्यात्मिक, सामाजिक, राजनैतिक, देश के प्रति जिम्मेवारी और संपूर्ण ज्ञान का भंडार मिलता है।

असम ने पार्टनर स्टेट और श्रीलंका ने पार्टनर कंट्री के रुप में भूमिका निभाई

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिला। इस ग्रंथ के माध्यम से युवा पीढ़ी को जागृत किया जा रहा है। इस महोत्सव में असम ने पार्टनर स्टेट और श्रीलंका ने पार्टनर कंट्री के रुप में अपनी भूमिका को निभाया है। इस महोत्सव में अब हर वर्ष लाखों लोग शिरकत करते है और इस पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश लेकर जाते है। श्रीलंका के पर्यटन मंत्री वदुरा विक्रमनायके ने कहा कि इस पावन धरा पर आने से ही अपने आपमें एक आध्यात्मिकता की चिंगारी पैदा होती है। इस महोत्सव का हिस्सा बनना उनके देश के लिए एक सौभाग्य है।

वहीं स्वामी शाश्वतानंद महाराज ने कहा कि इस पावन धरा का उल्लेख द्वापर युग और वैदिक तीर्थ के रुप में किया जाता है। इस पावन धरा से पूरे विश्व को ज्ञान की प्राप्ति हो रही है। स्वामी राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि पवित्र ब्रहमसरोवर का पूजन करने से मनुष्य पावन हो जाता है और इस महोत्सव के माध्यम से पूरे विश्व को गीता के उपदेश मिल रहे है।

ये भी रहे उपस्थित

इस मौके पर प्रदेश युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष राहुल राणा, करनाल की मेयर रेणू बाला, भाजपा नेता हरपाल सिंह, कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, पिहोवा नगर पालिका के चेयरमैन आशीष चक्रपाणी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बीबी करतार कौर, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रुबल शर्मा, भाजपा उपाध्यक्ष महेश पार्चा, जिला प्रभारी जीएल शर्मा, रविंद्र सांगवान, केडीबी सदस्य अशोक रोशा, डाॅ. ऋषिपाल मथाना, एमके मोदगिल, कैप्टन अमरजीत सिंह, विजय नरुला, सौरभ चौधरी, जितेंद्र ढींगड़ा, विनित क्वात्रा, रामपाल पाली, शैलेस वत्सा, परमजीत कश्यप, रेखा वाल्मिकी, अनु माल्यान, अंजू मदान, जिला सचिव हरी सैनी, विनित बजाज, प्रीतपाल सिंह, विशाल सौदा, मुकेश वर्मा, सुरेश सैनी कुक्कू व प्रदीप झांब आदि उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें : International Gita Mahotsav : कुरुक्षेत्र महोत्सव पर पहुंची सवा लाख रुपए की पश्मीना शॉल

यह भी पढ़ें : International Gita Mahotsav : मिट्टी का वाटर बर्ड बोलता है पक्षियों की भाषा

यह भी पढ़ें : Haryana-Punjab Weather Update : हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर हिस्सों में कड़ाके की ठंड

 

Tags: