होम / Ram Lalla Pran Pratishtha Anushthan Day 4 : गर्भ गृह में विराजमान हुई रामलला की मूर्ति

Ram Lalla Pran Pratishtha Anushthan Day 4 : गर्भ गृह में विराजमान हुई रामलला की मूर्ति

• LAST UPDATED : January 19, 2024

India News (इंडिया न्यूज), Ram Lalla Pran Pratishtha Anushthan Day 4, अयोध्या : देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व की नजरें अयोध्या पर टिकी हुई हैं क्योंकि अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले 16 जनवरी से अनुष्ठान शुरू किया जा चुका है और इसके तीसरे दिन रामलला की मूर्ति दोपहर गर्भगृह में बने आसन पर रखा गया।

गर्भ गृह में रखी जाने वाली रामलला की मूर्ति का कुल वजन 200 किलो है। वहीं आपको बता दें कि आज राम लला प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का चौथा दिन है। लगातार मंदिर परिसर में पूजा अर्चना चल रही हैं। मंदिर में आज भी 21 प्रकार की पूजन प्रक्रियाएं होंगी, जिनमें प्रभु राम के देवता पूजन से लेकर नवग्रह पूजा और आरती भी शामिल हैं।

प्राण-प्रतिष्ठा के चौथे दिन की 21 वैदिक पूजन प्रक्रियाएं

  • स्थापित देवतापूजन- जो देवता कल स्थापित किए गए, उनका पूजन होगा।
  • देवप्रबोधन- देवता को जगाने की पूजन विधि।द्वारपालों द्वारा वेद पारायण- यज्ञ में चार द्वारपाल ब्राह्मण का पूजन।
  • औषधाधिवास— रामलला के विग्रह को औषधियों में रखा जाएगा।
  • केसराधिवास— रामलला के विग्रह को सुगंधित केसर में रखा जाएगा।
  • घृताधिवास– रामलला के विग्रह को घी में रखा जाएगा।
  • अरणीमंथन– अग्नि मंत्र का उच्चारण करते हुए अग्नि को प्रकट किया जाता है और फिर वैश्विक कल्याण के लिए उसी अग्नि में हवन किया जाता है।
  • कुंडपूजन– यज्ञ कुंड का पूजन होगा।
  • पंचभूसंस्कार— हवन करने से पूर्व अग्नि के पाँच संस्कार होते हैं, उन्हीं को पंचभूसंस्कार कहते हैं।
  • स्थाप्यदेवहोम— स्थापित देवताओं का पूजन।
  • अग्निस्थापन— कुंड में अग्नि स्थापित की जाती है।
  • ग्रहस्थापन— नौ ग्रहों को स्थापित किया जाएगा।
  • असंख्यातरुद्र पीठ स्थापन—असंख्यातरुद्र की स्थापन करके पूजन और असंख्य रुद्र का पूजन।
  • प्रधानस्थापन— प्रधान वेदी का स्थापना।
  • वारुणमंडल— नक्षत्रों का एक मंडल जिसमें रेवती, पूर्वाषाढ़ा, आर्द्रा, आश्लेषा, मूल उत्तरभाद्रपद और शतभिषा हैं. कुल 27 नक्षत्र हैं उनका पूजन।
  • योगिनीमंडल स्थापना- 64 योगिनियों का पूजन।
  • क्षेत्रपालमंडल स्थापना– क्षेत्रपाल का पूजन, आसुरी शक्तियों को रोकने के लिए
    ग्रहहोम- नौ ग्रहों का पूजन।
  • प्रासाद वास्तुशांति— निर्माण वास्तु की शांति के लिए पूजन।
  • धान्याधिवास— अनाज में प्रभु के विग्रह को रखना।
  • पूजन व आरार्तिक्यम– आरती व पूजन।

प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दिन इन चीजों पर बैन

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन आने वाले मेहमान अपने साथ कोई भी मोबाइल, पर्स और गैजेट्स वगैरह नहीं ले जा सकेंगे। जी हां इस बारे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने निर्णय लिया है और मेहमानों को इन नियमों का पालन करना होगा। ट्रस्ट के अनुसार सभी अतिथियों को सुबह 11 बजे से पहले समारोह स्थल पर प्रवेश करना होगा।

इन पर भी प्रतिबंध

किसी भी विशिष्टजन और धर्माचार्य के साथ सुरक्षाकर्मी या फिर उनके शिष्य व सेवक अंदर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। साथ ही ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रवेश करने वाले महानुभावों को नियमों के आधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके अनुसार राम मंदिर में प्रवेश के दौरान कोई भी अतिथि मोबाइल और पर्स नहीं ले जा सकेगा। गैजेट्स को ले जाने की भी इजाजत नहीं होगी। इसमें ईयर फोन और रिमोट वाली चाबी शामिल है।

वहीं ये भी बता दें कि देशभर से समारोह में बड़ी संख्या में आने वाले संतों व धर्माचार्यों को भी अपने साथ पारंपरिक रूप से छत्र, चंवर, ठाकुर जी, सिंहासन और गुरु पादुका ले जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। ट्रस्ट की ओर से 7000 से अधिक मेहमानों को समारोह का निमंत्रण दिया गया है। विपक्ष के कुछ लोगों को राम मंदिर के शुभारंभ पर बीजेपी व पीएम मोदी को मिल रही लोकप्रियता रास नहीं आ रही। ये लोग अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है, वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बन रहा है। भाजपा के पास राम मंदिर का कोई पट्टा नहीं है।

पीएम के जाने के बाद ही दर्शन कर सकेंगे मेहमान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यजमान के रूप में प्राण प्रतिष्ठा की सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद परिसर से चले जाने पर ही आगंतुक मेहमानों को रामलला के दर्शन मिलेंगे। भारतीय परंपरा के अनुसार वस्त्र धारण कर आने को प्राथमिकता देने की भी अपेक्षा की गई है। हालांकि, ट्रस्ट की ओर से कोई ड्रेस कोड लागू नहीं किया गया है।

उधर विपक्ष के कुछ लोगों को राम मंदिर के शुभारंभ पर बीजेपी व पीएम मोदी को मिल रही लोकप्रियता रास नहीं आ रही है। ये लोग अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है, वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बन रहा है। भाजपा के पास राम मंदिर का कोई पट्टा नहीं है।

यह भी पढ़ें : Ayodhya Ram Mandir Consecration : 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर होगी प्राण-प्रतिष्ठा की रस्म : राय

यह भी पढ़ें : Kartikeya Sharma 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के दर्शन करने जाएंगे

Tags: