राहुल गांधी और प्रशांत किशोर की ये मुलाकात दो घंटे से अधिक वक्त तक चली। बैठक में राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी शामिल थीं और माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया।
पीके का मानना है कि अगर विपक्ष एकजुट होता है तो बीजेपी के गेमप्लान को चौपट किया जा सकता है, ऐसे में 2024 के चुनाव से पहले ये फायदेमंद होगा।
वहीं प्रशांत किशोर हाल ही में शरद पवार से भी दो बार मिल चुके हैं। ऐसे कयास लगाया जा रहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के प्रमुख शरद पवार को अगले राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा सके।
इसके अलावा पीके का मानना है कि अगर विपक्षी पार्टियों के साथ बीजेडी के नवीन पटनायक आते हैं, तो ये राह आसान होगी। क्योंकि महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे बड़े राज्यों में इस वक्त विपक्षी पार्टियों की सरकार है, ऐसे में यहां से बड़े नंबर मिलने की आस है।