पानीपत में मानसून की पहली तेज बारिश में ही एक शहर डूब गया बता दें जिले का समालखा शहर पानी में लबालब हो गया जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया, वहीं मूसलाधार बारिश से हाईवे और शहर की सड़कों पर जलभराव से लोग परेशान नजर आये, सड़क पर पानी भरने से जगह जगह वाहन चालक और दुकानदार प्रशासन को कोसते नजर आए।
तस्वीरों के जरिये साफ तौर पर देख सकते है कि बारिश की वजह से किस हद तक जलभराव हुआ है, जिस कारण वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग चुकी हैं, वहीं बीते दो दिन में लगातार 61 एमएम बारिश दर्ज की गई, लोगों के अनुसार हर साल समालखा अनाज मंडी गेट के सामने बारिश होते ही समालखा जलमग्न हो जाता है । जिससे विसिबिल्टी बिल्कुल ही खत्म हो जाती है, जिसके कारण एक्सीडेंट होने का खतरा काफी बढ़ जाता है, वहीं पानी की निकासी ना होने के कारण आने जाने वालों को लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, हालत इतनी खस्ता है कि सड़क पर गहरे गड्ढे होने के कारण कई एक्सीडेंट भी हो चुके हैं।समालखा स्थानीय निवसियों और दुकानदारों का कहना है जलभराव के कारण ई-रिक्शा पलट गया, जिसमें बैठी 3 महिलाओं को गहरी चोटें आई हैं, समालखा वासियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पानी की निकासी ना होने के कारण सुबह यहां एक ट्रक भी पलट गया था, जिसमें एक महिला की तो टांग तक टूट गई।
वहीं प्रशासन का इसकी ओर कोई ध्यान नहीं है, शहर के लोगों ने प्रशासन को कई बार इससे अवगत कराया, लेकिन प्रशासन आंख बंद किये बैठा है, मानसून के दिनों में पानी इतना भर जाता है कि कई कई दिनों तक पानी की निकासी नही होती है।जिससे रहिगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बहरहाल मानसून ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है वहीं हाईवे और सड़कों पर पानी भरने से लोग परेशान भी नजर आ रहे हैं, लेकिन हर साल की तरह इस साल भी प्रशासन सफाईयां देता ही नजर आता है।