चंडीगढ़
किसानों की जानकारी के बिना जो लोग जमीन का गलत डाटा पोर्टल पर अपलोड करके किसानों को गुमराह कर रहे हैं, ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखे जाने के आदेश दिये गये हैं. कृषि और किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा है कि ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल के माध्यम से सरकार का मुख्य लक्ष्य किसानों की मदद करना है। लेकिन इसका फायदा लेने के लिए सही गिरदावरी होना जरूरी है। इसके लिए पटवारी के सा थ-साथ नम्बरदारों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।
कृषि मंत्री मंगलवार को चंडीगढ़ में विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। कृषि मंत्री ने बताया कि ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’पोर्टल मुख्यमंत्री मनोहर लाल की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुरूप पारदर्शी तरीके से खरीद प्रक्रिया करना है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोर्टल पर 31 अगस्त, 2020 तक धान व बाजरे की बोई गई फसल के रकबे की जानकारी अवश्य दर्ज करवाएं। इसकी गिरदावरी में नम्बरदार की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, क्योंकि नम्बरदार को उसके गांव के बोए गए फसलवार रकबे की जानकारी रहती है। इस मामले में रकबे की स्टीक जानकारी उपलब्ध करवाने वाले नम्बरदारों को प्रोत्साहित भी किया जाए।