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Children Will Have to Give Exemption in Fees During the Corona : कोरोना काल में स्कूल न खुलने की वजह से बच्चों को फीस में देनी होगी छूट
चंडीगढ़ में कोरोना काल के चलते 2020-21 में स्कूल बंद थे। इसके चलते बच्चों ने स्कूली सुविधाओं का उपयोग नहीं किया । ऐसे में चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा निजी स्कूलों को 15 प्रतिशत तक की छूट देने के लिए कहा है। जानकारी के अनुसार यह पता चला हैं कि छूट निजी स्कूल मौजूदा फीस में समायोजित कर सकते हैं।
चंडीगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रधान नितिन गोयल ने चंडीगढ़ प्रशासन के इस15 प्रतिशत तक की छूट संबंधी फैसले का समान किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन को वर्ष 2021-22 के सत्र के लिए यह राहत देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि स्कूल काफी समय से बंद थे। जो लोग फीस दे चुके थे। उन्हें वसूली गई फीस वापस देनी चाहिए।
स्कूलों में स्टूडेंट्स पर सख्त कार्रवाई नहीं होनी चाहिए
प्रशासन ने कहा कि फीस न भर पाने के समय पर निजी स्कूल स्टूडेंट को आनलाइन या आफलाइन क्लास लगाने से नहीं रोकेगा। इसमें आउटस्टेंडिंग फीस का एरियर भी न भर पाना शामिल है। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि किसी स्टूडेंट के परीक्षा नतीजे को नहीं रोके जाएंगें। चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की ओर से यह आदेश जारी किए गए हैं।
यदि किसी व्यक्तिगत केस में किसी परिजन द्वारा फीस नही दी गया तो उसमें तो हमदर्दी दिखाते हुए उस केस पर स्कूल प्रबंधन विचार करेगा। स्कूल प्रबंधन द्वारा दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के लिए किसी स्टूडेंट का नाम फीस न भरने के चलते नहीं रोका जाएगा।
इस आदेश को वापस लेने से बढ़ सकती हैं फीस
चंडीगढ़ प्रशासन इससे पहले जून 2020 के अपने एक आदेश को वापस ले चुका है जो न बढ़ी हुई ट्यूशन फीस को लेकर थी । उन आदेशों में कहा गया कि वर्ष 2020-21 के सत्र में निजी स्कूल प्रशासन की मंजूरी के बिना ट्यूशन फीस नहीं बढ़ाएगी। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार आदेश वापस लिया गया। स्टूडेंट्स को अप्रैल से बढ़ी हुई फीस देनी होगी।