India News Haryana (इंडिया न्यूज), Digital Arrest: हरियाणा में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसके तार इंग्लैंड और चीन से जुड़े हुए हैं। ये ठग विदेश में बैठकर भारत में लोगों से ठगी कर रहे थे। गिरोह के सदस्य विदेशी IP एड्रेस का इस्तेमाल करते थे, ताकि उनकी पहचान छिपी रहे और पुलिस उनकी गिरफ्तारी से बच सके।
ठगों के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे टेलीग्राम, स्काइप और व्हाट्सएप के माध्यम से विदेश से कॉल करके लोगों को शिकार बनाया जा रहा था। ये ठग लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करते थे और ठगी गई राशि को क्रिप्टो करंसी में बदलकर विदेश भेज देते थे। सोनीपत साइबर पुलिस ने कई राज्यों से नौ ठगों को गिरफ्तार किया है, जो इस गिरोह का हिस्सा थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि गिरोह के सदस्य पुलिस की नजरों से बचने के लिए टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर काम करते थे, जहां गिरोह के सरगना उन्हें निर्देश देते थे। इसके बाद, ठगी गई राशि की जानकारी ग्रुप में डाली जाती थी और फिर उसे क्रिप्टो करंसी में बदलकर विदेश भेज दिया जाता था। गिरोह को कॉरपोरेट कंपनियों की तर्ज पर चलाया जा रहा था, जहां अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारियां दी गई थीं।
इस गिरोह के सरगना तुषार प्रताप ने उत्तर प्रदेश, गोवा, राजस्थान, गुजरात और अन्य राज्यों में रीजनल हेड बना रखे थे। गिरोह के शातिर तरीके से काम करने के बावजूद पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।