India News Haryana (इंडिया न्यूज), Panipat Vinod Bharada Murder Case : सीआईए थ्री पुलिस टीम ने कारोबारी विनोद भराड़ा हत्या कांड में आरोपी देव सुनार उर्फ दीपक को हथियार दिलाने वाले आरोपी को शुक्रवार देर शाम गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान जीतू उर्फ जितेंद्र निवासी बामनोली बागपत यूपी के रूप में हुई। सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह देव सुनार उर्फ दीपक के पास ट्रक पर कंडक्टर का काम करता था।
पूछताछ में आरोपी जीतू उर्फ जितेंद्र ने 3 रौंद व वारदात में प्रयुक्त देसी पिस्तौल आरोपी देव सुनार को यूपी में एक अज्ञात युवक से 5 हजार रुपए में दिलाने बारे स्वीकारा। पूछताछ के बाद पुलिस ने शनिवार को आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया।
इंस्पेक्टर अनिल ने बताया कि परमहंस कुटिया कॉलोनी में दिसम्बर 2021 में हुई विनोद भराडा की हत्या के मामले को रि ओपन कर गत जून महीने में सीआईए थ्री पुलिस टीम ने हत्याकांड का पटाक्षेप कर मृतक की पत्नी आरोपी निधि व प्रेमी आरोपी सुमित उर्फ बंटू को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी निधि ने प्रेम प्रसंग के चलत अपने प्रेमी सुमित उर्फ बंटू के साथ मिलकर पति विनोद भराडा की हत्या करवाने बारे स्वीकारा था।
पूछताछ में खुलासा हुआ था दोनों आरोपियों ने मिलकर साजिश रचकर पंजाब के बठिंडा निवासी देव सुनार उर्फ दीपक से पहले विनोद का एक्सीडेंट करवाया। एक्सीडेंट में विनोद भराड़ा की मौत नहीं हुई तो इसके ढाई महीने बाद देव सुनार उर्फ दीपक से पिस्तौल से गोली मरवाकर विनोद भराड़ा की हत्या करवाई थी। दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद पुलिस ने माननीय न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था।
आरोपी देव सुनार वारदात के बाद मौक पर ही पकड़ा गया था और उसने तय साजिश के अनुसार एक्सीडेंट के मामले में समझौता न करने पर विनोद भराड़ा की हत्या करने की वारदात का अंजाम देने बारे स्वीकार किया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि वारदात में प्रयुक्त देसी पिस्तौल व रौंद उसको जीतू उर्फ जितेंद्र पुत्र रामेश्वर निवासी बामनौली बागपत ने यूपी में एक अज्ञात युवक से 5 हजार रुपए में दिलाए थे। आरोपी जीतू उर्फ जितेंद्र को पकड़ने के लिए सीआईए थ्री पुलिस आरोपी के संभावित ठीकानों पर लगातार दबिश दे रही थी। आरोपी पुलिस पकड़ से बचने के लिए ठीकाने बदल छुपकर रह रहा था।
थाना शहर में वीरेंद्र पुत्र देसराज निवासी परमहंस कुटिया ने दिसम्बर 2021 में पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसका भतीजा विनोद सुखदेव नगर में हॉरट्रोन कंप्यूटर सेंटर चलाता था। 5 अक्तूबर 2021 की शाम विनोद परमहंस कुटिया के गेट पर बैठा था। तभी एक पंजाब नंबर की गाड़ी के चालक ने विनोद को गाड़ी से सीधी टक्कर मार दी। विनोद की दोनों टांगे टूग गई थी। उन्होंने इस बारे थाना शहर में आरोपी गाड़ी चालक के खिलाफ अभियोग दर्ज करवा दिया था। पुलिस ने गाड़ी के चालक आरोपी देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा पंजाब को गिरफ्तार कर लिया था। इसके करीब 15 दिन बाद देव सुनार समझौते के लिए उसके पास आया। उन्होंने समझौता करने से मना कर दिया तो आरोपी अंजाम भुगतने की धमकी देकर चला गया।
इसकी रंजिश रखते हुए आरोपी देव सुनार 15 दिसंबर 2021 को देसी पिस्तौल लेकर विनोद के घर पर आया और अंदर घुसकर दरवाजा बंद कर कुंडी लगा ली। यह देख विनोद की पत्नी ने शोर मचाया तो वह शौर सुनकर सहायता के लिए बेटे यश, निधी व पड़ोसी के साथ विनोद के घर पहुंचा। उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश की दरवाजा नही खुला।
उसने खिड़की से देखा आरोपी देव सुनार ने विनोद को बेड से निचे गिरा कर पिस्तौल से कमर व सिर में गोली मार दी। उन्होंने आरोपी देव सुनार को मौके पर ही काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया था और खून से लथपथ भतीजे विनोद को अग्रसेन हॉस्पिटल लेकर गए थे। वहा डॉक्टर ने विनोद को मृत घोषित कर दिया। वीरेंद्र की शिकायत पर थाना शहर में अभियोग दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी।
Vinod Barara Murder Case : ढाई साल बाद विनोद बराड़ा हत्याकांड का खुलासा