होम / Murder Accused Arrested : हत्या के मामले में 22 साल से फरार उद्घोषित आरोपी गिरफ्तार

Murder Accused Arrested : हत्या के मामले में 22 साल से फरार उद्घोषित आरोपी गिरफ्तार

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : September 4, 2024
  • वर्ष 2002 में रीजेंसी होटल में दोस्तों के साथ खाना खाने गए 22 वर्षीय युवक की हत्या कर दी थी

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Murder Accused Arrested : सीआईए वन पुलिस टीम ने पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए हत्या के मामले में 22 साल से फरार चल रहे उद्घोषित आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार किया। आरोपी ने मामले में नामजद अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर ने जून 2002 में गोहाना मोड़ के पास स्थित होटल रीजेंसी में साथियों के साथ खाना खाने गए चंद्र पुत्र इंद्र अरोड़ा निवासी पानीपत की डंडे व तंदूर के सरियों से वार कर हत्या कर दी थी। आरोपी की पहचान संजय निवासी लाटा टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड के रूप में हुई।

Murder Accused Arrested : 22 साल बाद मंगलवार को काम की फिराक में पानीपत आया था

उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बुधवार को लघु सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेसवार्ता कर प्रकरण की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि उक्त वारदात में पुलिस टीम द्वारा पहले 6 आरोपी रमेश निवासी कालखा, रमेश धींगडा व दीपक धींगडा निवासी माडल टाउन, जितेंद्र निवासी बलईपुर सिवान बिहार, कुलदीप निवासी केवरसारी टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड व दिनेश निवासी कादल विस्तापीर देहरादून उत्तराखंड को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

वारदात में संलिप्त आरोपी संजय पुलिस पकड़ से बचने के लिए ठिकाने बदल कर छुपकर रह रहा था। आरोपी 22 साल बाद मंगलवार को काम की फिराक में पानीपत आया था। सीआईए वन प्रभारी सब इंस्पेक्टर महिपाल सिंह की टीम ने मिली गुप्त सूचना पर दबिश देकर आरोपी को पानीपत पुराना बस स्टैंड के पास से काबू किया।

विभिन्न शहरों में छुपकर फरारी काटी

उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने मामले में पहले पकड़े जा चुके अपने उक्त 6 साथी आरोपियों के अतिरिक्त फरार दो अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर हत्या की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। आरोपी संजय वर्ष 2002 में गोहाना मोड़ के पास स्थित होटल रीजेंसी में तंदूर पर काम करता था। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया उसने करनाल, हैदराबाद व उतराखंड के विभिन्न शहरों में छुपकर फरारी काटी। पुलिस टीम ने बुधवार को पूछताछ के बाद आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया।

ये था मामला 

थाना चांदनी बाग में 10 जून 2002 को रमेश चंद्र पुत्र कर्मचंद निवासी पानीपत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था वह ट्रैडिंग का काम करता है। देर शाम वह घर के बाहर खड़ा था। तभी चचेरे भाई चंद्र पुत्र इंद्रसिंह अरोड़ा ने पास आकर बताया कि वह जंपी, महेश, मोनू, संजय, आदित्य, तरूण, मोंटी व तिलक रीजेंसी होटल में खाना खाने के लिए जा रहें है। चंद्र देर रात 10:30 बजे तक भी वापस घर नही आया तो वह जोगिंद्र को साथ लेकर रीजेंसी होटल गया।

वहां  देखा चंद्र के साथ होटल मालिक दीपक धींगडा व रिसेप्सन पर काम करने वाला रमेश बिल को लेकर झगड़ा कर रहे थे। दीपक धींगडा अंदर से कारिंदों को बुला लाया और सभी ने मिलकर तंदूर के सरिये, छुरी व डंडों से चंद्र पर हमला कर दिया। उसने छुड़ाने की काफी कोशिश की। आरोपियों ने चंद्र को काफी चोटे मारी। वह और जोगिंद्र कार से चंद्र को सिविल अस्पताल लेकर गए। डॉक्टरों ने चेक कर चंद्र को मृत घोषित कर दिया। वारदात में शामिल कारिंदों का नाम संजय, करण, कुलदीप, शंभू व जितेंद्र है। आरोपी संजय व करण होटल में तंदूर पर काम करते है।

आरोपी संजय व दो अन्य आरोपियों को अक्तूबर 2002  में पीओ घोषित करवाया था

पुलिस टीम ने आरोपी रमेश निवासी कालखा, रमेश धींगडा व दीपक धींगडा निवासी माडल टाउन, जितेंद्र निवासी बलईपुर सिवान बिहार, कुलदीप निवासी कैवरसारी टिहरी गढवाल उतराखंड व दिनेश निवासी कादल विस्तापीर देहरादून उतराखंड को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपियों अपने साथी आरोपी संजय निवासी उतराखंड व दो अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा था।

गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त तंदूर का एक सरिया व एक डंडा बरामद कर पूछताछ के बाद आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश कर जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेजने के बाद फरार आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे। फरार आरोपी संजय व दो अन्य आरोपियों को अक्तूबर 2002  में पीओ घोषित करवाया था।

Bike Theft Gang Arrests : सीआईए स्टाफ ने मोटरसाइकिल चोर गिरोह के तीन सदस्यों को किया काबू

Ambala: पहले किया दिवार में होल, फिर लुटे लाखों के जेवर, चोरों की ऐसी चाल देख रह जाएंगे दंग