मकर राशिफल 24 जुलाई 2022

***|| जय श्री राधे ||***

** महर्षि पाराशर पंचांग **
*** अथ पंचांगम् ***
****ll जय श्री राधे ll****
*******************

दिनाँक:-24/07/2022, रविवार
एकादशी, कृष्ण पक्ष,
श्रावण
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

*** दैनिक राशिफल ***

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

मकर 

आज के दिन दांपत्य जीवन में प्रेम और सहयोग की भावना बनी रहेगी। जीवनसाथी से कहासुनी हो सकती है। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर होगी। करियर बनाने के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग से कार्य में आसानी होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें। प्रमाद से बचें। आपकी कार्यक्षेत्र में अधिकारियों व वरिष्ठ सदस्यों से किसी बात पर अनबन होगी, लेकिन उसमें आपको कुछ भी बोलने से बचना होगा। आज का दिन आपके पराक्रम में वृद्धि लेकर आएगा, जिसके कारण आपके शत्रु भी परेशान रहेंगे। आपके घर कोई अतिथि आगमन कर सकता है, जिससे आपके व्यय का भार बढ़ सकता है। भाइयों से यदि कोई अनबन चल रही थी,तो आपको उसे और बढ़ाने से बचना होगा।

तिथि———एकादशी 13:44:58 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र——— रोहिणी 21:59:08
योग————– वृद्वि 13:59:07
करण———– बालव 13:44:57
करण———– कौलव 26:59:10
वार———————— रविवार
माह———————— श्रावण
चन्द्र राशि—————– वृषभ
सूर्य राशि——————- कर्क
रितु————————– वर्षा
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————— नल
विक्रम संवत—————- 2079
विक्रम संवत (कर्तक)———- 2078
शक संवत——————-1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:39:20
सूर्यास्त—————- 19:11:50
दिन काल————- 13:32:30
रात्री काल———— 10:28:01
चंद्रास्त—————-15:57:54
चंद्रोदय—————-26:25:25

लग्न—- कर्क 6°57′ , 96°57′

सूर्य नक्षत्र———————पुष्य
चन्द्र नक्षत्र—————– रोहिणी
नक्षत्र पाया——————- लोहा

ये भी पढ़ें : धनु राशिफल 24 जुलाई 2022

**** पद, चरण ****

वा—- रोहिणी 08:28:48

वी—- रोहिणी 15:13:38

वु—- रोहिणी 21:59:08

वे—- मृगशिरा 28:45:06

**** ग्रह गोचर ****

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=कर्क 06:12 पुष्य , 2 हे
चन्द्र = वृषभ 15 °23, रोहिणी , 2 वा
बुध =कर्क 15 ° 07′ पुष्य ‘ 4 ड
शुक्र=मिथुन 13°05, आर्द्रा ‘ 2 घ
मंगल=मेष 18°30 ‘ भरणी ‘ 2 लू
गुरु=मीन 14°30 ‘ उ o भा o, 4 ञ
शनि=कुम्भ 29°33 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 24°30’ भरणी , 4 लो
केतु=(व) तुला 24°30 विशाखा , 2 तू

**** मुहूर्त प्रकरण ****

राहू काल 17:30 – 19:12 अशुभ
यम घंटा 12:26 – 14:07 अशुभ
गुली काल 15:49 – 17:30 अशुभ
अभिजित 11:59 – 12:53 शुभ
दूर मुहूर्त 17:24 – 18:18 अशुभ

**** चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:39 – 07:21 अशुभ
चर 07:21 – 09:02 शुभ
लाभ 09:02 – 10:44 शुभ
अमृत 10:44 – 12:26 शुभ
काल 12:26 – 14:07 अशुभ
शुभ 14:07 – 15:49 शुभ
रोग 15:49 – 17:30 अशुभ
उद्वेग 17:30 – 19:12 अशुभ

**** चोघडिया, रात
शुभ 19:12 – 20:30 शुभ
अमृत 20:30 – 21:49 शुभ
चर 21:49 – 23:07 शुभ
रोग 23:07 – 24:26* अशुभ
काल 24:26* – 25:44* अशुभ
लाभ 25:44* – 27:03* शुभ
उद्वेग 27:03* – 28:21* अशुभ
शुभ 28:21* – 29:40* शुभ

**** होरा, दिन
सूर्य 05:39 – 06:47
शुक्र 06:47 – 07:55
बुध 07:55 – 09:02
चन्द्र 09:02 – 10:10
शनि 10:10 – 11:18
बृहस्पति 11:18 – 12:26
मंगल 12:26 – 13:33
सूर्य 13:33 – 14:41
शुक्र 14:41 – 15:49
बुध 15:49 – 16:56
चन्द्र 16:56 – 18:04
शनि 18:04 – 19:12

**** होरा, रात
बृहस्पति 19:12 – 20:04
मंगल 20:04 – 20:57
सूर्य 20:57 – 21:49
शुक्र 21:49 – 22:41
बुध 22:41 – 23:34
चन्द्र 23:34 – 24:26
शनि 24:26* – 25:18
बृहस्पति 25:18* – 26:11
मंगल 26:11* – 27:03
सूर्य 27:03* – 27:55
शुक्र 27:55* – 28:48
बुध 28:48* – 29:40

**** उदयलग्न प्रवेशकाल ****

कर्क > 04:20 से 06:36 तक
सिंह > 06:36 से 08:46 तक
कन्या > 08:46 से 10:56 तक
तुला > 10:56 से 13:11 तक
वृश्चिक > 13:11 से 15:26 तक
धनु > 15:26 से 17:46 तक
मकर > 17:46 से 19:27 तक
कुम्भ > 19:27 से 21:02 तक
मीन > 21:02 से 21:36 तक
मेष > 21:36 से 00:08 तक
वृषभ > 00:08 से 02:00 तक
मिथुन > 02:00 से 04:20 तक

**** विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

**** दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

**** अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 11 + 1 + 1 = 28 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

**** ग्रह मुख आहुति ज्ञान ****

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

**** शिव वास एवं फल -:

26 + 26 + 5 = 57 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

**** भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

**** विशेष जानकारी ****

* कामिका एकादशी व्रत (सर्वेषां)

* रोहिणी व्रत (जैन)

**** शुभ विचार ****

एकाकिना तपो द्वाभ्यां पठनं गायनं त्रिभिः ।
चतुर्भिर्गमनं क्षेत्रं पंचभिर्बहुभी रणम् ।।
।। चा o नी o।।

जब आप तप करते है तो अकेले करे.
अभ्यास करते है तो दुसरे के साथ करे.
गायन करते है तो तीन लोग करे.
कृषि चार लोग करे.
युद्ध अनेक लोग मिलकर करे.

**** सुभाषितानि ****

गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18

आयुक्तः प्राकृतः स्तब्धः शठोनैष्कृतिकोऽलसः ।,
विषादी दीर्घसूत्री च कर्ता तामस उच्यते॥,

जो कर्ता अयुक्त, शिक्षा से रहित घमंडी, धूर्त और दूसरों की जीविका का नाश करने वाला तथा शोक करने वाला, आलसी और दीर्घसूत्री (दीर्घसूत्री उसको कहा जाता है कि जो थोड़े काल में होने लायक साधारण कार्य को भी फिर कर लेंगे, ऐसी आशा से बहुत काल तक नहीं पूरा करता।, ) है वह तामस कहा जाता है॥,28॥,

****आपका दिन मंगलमय हो ****
***********************
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)

ये भी पढ़ें : वृश्चिक राशिफल 24 जुलाई 2022

Connect With Us: Twitter Facebook

Neha Dhiman

Share
Published by
Neha Dhiman

Recent Posts

Veer Bal Diwas : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लोगों से वीर साहिबजादों के बलिदान से प्रेरणा लेने का किया आह्वान

प्रधानमंत्री के प्रयासों से हर साल 26 दिसंबर को देशभर में मनाया जाता है ‘वीर…

44 mins ago

Dr. Arvind Sharma ने जिला स्तरीय सहकारिता जागरूकता अभियान का किया उद्घाटन, कहा- ‘विदेशों में धूम मचाएंगे उत्पाद’

प्राथमिक सहकारी समितियों को लाभ में लाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान भारतीय…

46 mins ago

Russia Ukraine War : बाइडेन ने की रूसी हमलों की निंदा, यूक्रेन को और मदद देने का वादा

यूक्रेन को जल्द ही अमेरिका नई मिसाइलों की खेप देगा India News Haryana (इंडिया न्यूज),…

1 hour ago

Kiran Chaudhary ने भूपेंद्र हुड्डा को दी सलाह : बोलीं- उम्र अधिक हो गई, आराम करें हुड्डा

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Kiran Chaudhary : बाबा साहेब अंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस…

2 hours ago

Anemia : खून की कमी दूर करने के लिए सुपरफूड, जानिए कौन से फल हैं फायदेमंद

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Anemia : शरीर में खून की कमी, जिसे एनीमिया कहा…

2 hours ago

Gaurav Gautam Attacks Congress : खेल राज्यमंत्री बोले-“कांग्रेस अब विपक्ष की भूमिका में भी नहीं, जल्द बिखर जाएगी”

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Gaurav Gautam Attacks Congress : पलवल में हरियाणा के खेल राज्यमंत्री…

2 hours ago