मीन राशिफल 26 मई 2022

इंडिया न्यूज, Ambala: 

***|| जय श्री राधे ||***

***  महर्षि पाराशर पंचांग ***
*** अथ पंचांगम् ***
****ll जय श्री राधे ll****
*** *** *** *** *** ***

दिनाँक:- 26/05/2022
दशमी, कृष्ण पक्ष
ज्येष्ठ
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

*** दैनिक राशिफल *** 

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

मीन

आज आपके पास अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए काम करने के लिए पर्याप्त समय होगा और आपको आज रात में वित्तीय लाभ प्राप्त होने की सबसे अधिक संभावना है क्योंकि पहले दिया गया कोई भी पैसा तुरंत वापस आ जाएगा। ज्ञान की आपकी प्यास आपको नए दोस्त बनाने में मदद करेगी। आज आपके प्रिय के लिए आपके अनिश्चित व्यवहार से निपटना बेहद मुश्किल होगा।

यदि आप एक नई व्यावसायिक साझेदारी पर विचार कर रहे हैं- तो कोई भी प्रतिबद्धता करने से पहले सभी तथ्यों को हाथ में लेना आवश्यक होगा। घर में आज आपको कोई पुराना सामान पड़ा हुआ मिल सकता है, जो आपको आपके बचपन के दिनों की याद दिला सकता है और आपको याद कर सकता है। जीवनसाथी के साथ सुकून भरा दिन बिताएंगे।

तिथि———– दशमी 10:31:51 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र— उत्तराभाद्रपदा 23:18:30
योग————– प्रीति 22:42:58
करण——- विष्टि भद्र 10:31:51
करण————– बव 22:38:35
वार————————वीरवार
माह————————- ज्येष्ठ
चन्द्र राशि——————– मीन
सूर्य राशि——————– वृषभ
रितु————————– ग्रीष्म
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर———————– नल
संवत्सर (उत्तर)—————– राक्षस
विक्रम संवत—————- 2079
विक्रम संवत (कर्तक)———- 2078
शाका संवत—————- 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:27:17
सूर्यास्त————— 19:05:16
दिन काल————- 13:37:59
रात्री काल————- 10:21:40
चंद्रास्त—————- 14:33:54
चंद्रोदय—————- 26:53:34

लग्न—- वृषभ 9°37′ , 39°37′

सूर्य नक्षत्र—————– कृत्तिका
चन्द्र नक्षत्र———- उत्तराभाद्रपदा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*** पद, चरण *** 

थ—- उत्तराभाद्रपदा 10:51:04

झ—- उत्तराभाद्रपदा 17:03:45

ञ—- उत्तराभाद्रपदा 23:18:30

*** ग्रह गोचर ***

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=वृषभ 09:12 कृतिका , 4 ए
चन्द्र =मीन 07°23 , उ o भा o, 2 थ
बुध =वृषभ 04 ° 07′ कृतिका ‘ 3 उ
शुक्र=मीन 00°05, अश्विनी ‘ 1 चू
मंगल=कुम्भ 05°30 ‘ उoभाo’ 1 दू
गुरु=मीन 08°30 ‘ उ o भा o, 2 थ
शनि=कुम्भ 01°33 ‘ उ o भा o ‘ 3 गु
राहू=(व) मेष 27°50’ कृतिका , 1 अ
केतु=(व) तुला 27°50 विशाखा , 3 ते

??? मुहूर्त प्रकरण ???

राहू काल 12:16 – 13:59 अशुभ
यम घंटा 07:10 – 08:52 अशुभ
गुली काल 10:34 – 12:16 अशुभ
अभिजित 11:49 -12:44 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:49 – 12:44 अशुभ

गंड मूल 23:19 – अहोरात्र अशुभ

पंचक अहोरात्र अशुभ

चोघडिया, दिन
लाभ 05:27 – 07:10 शुभ
अमृत 07:10 – 08:52 शुभ
काल 08:52 – 10:34 अशुभ
शुभ 10:34 – 12:16 शुभ
रोग 12:16 – 13:59 अशुभ
उद्वेग 13:59 – 15:41 अशुभ
चर 15:41 – 17:23 शुभ
लाभ 17:23 – 19:05 शुभ

?चोघडिया, रात
उद्वेग 19:05 – 20:23 अशुभ
शुभ 20:23 – 21:41 शुभ
अमृत 21:41 – 22:58 शुभ
चर 22:58 – 24:16* शुभ
रोग 24:16* – 25:34* अशुभ
काल 25:34* – 26:52* अशुभ
लाभ 26:52* – 28:09* शुभ
उद्वेग 28:09* – 29:27* अशुभ

होरा, दिन
बुध 05:27 – 06:35
चन्द्र 06:35 – 07:44
शनि 07:44 – 08:52
बृहस्पति 08:52 – 09:59
मंगल 09:59 – 11:08
सूर्य 11:08 – 12:16
शुक्र 12:16 – 13:24
बुध 13:24 – 14:33
चन्द्र 14:33 – 15:41
शनि 15:41 – 16:49
बृहस्पति 16:49 – 17:57
मंगल 17:57 – 19:05

होरा, रात
सूर्य 19:05 – 19:57
शुक्र 19:57 – 20:49
बुध 20:49 – 21:41
चन्द्र 21:41 – 22:32
शनि 22:32 – 23:24
बृहस्पति 23:24 – 24:16
मंगल 24:16* – 25:08
सूर्य 25:08* – 25:59
शुक्र 25:59* – 26:52
बुध 26:52* – 27:43
चन्द्र 27:43* – 28:35
शनि 28:35* – 29:27

*** उदयलग्न प्रवेशकाल *** 

वृषभ > 04:10 से 06:08 तक
मिथुन > 06:08 से 08:21 तक
कर्क > 08:21 से 10:38 तक
सिंह > 10:38 से 12:46 तक
कन्या > 12:46 से 15:02 तक
तुला > 15:02 से 17:17 तक
वृश्चिक > 17:17 से 19:38 तक
धनु > 19:38 से 21:38 तक
मकर > 21:38 से 23:24 तक
कुम्भ > 11:24 से 00:57 तक
मीन > 00:57 से 02:23 तक
मेष > 02:23 से 04:10 तक

विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

ये भी पढ़ें : वृश्चिक राशिफल 26 मई 2022

दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 10 + 4 + 1 = 30 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*** ग्रह मुख आहुति ज्ञान *** 

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

 शिव वास एवं फल -:

25 + 25 + 5 = 55 ÷ 7 = 6 शेष

क्रीड़ायां = शोक , दुःख कारक

भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

प्रातः 10:31 तक समाप्त

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*** विशेष जानकारी *** 

* नौतपा प्रारम्भ

* रास बिहारी बोस जयंती

*विश्व थायराइड दिवस

*** शुभ विचार *** 

स्वभावेन हि तुष्यन्ति देवाः सत्पुरुषाः पिता ।
ज्ञातयः स्नान-पानाभ्यां वाक्यदानेन पंडिताः ।।
।। चा o नी o।।

यह देवताओ का, संत जनों का और पालको का स्वभाव है की वे जल्दी प्रसन्न हो जाते है. निकट के और दूर के रिश्तेदार तब प्रसन्न होते है जब उनका आदर सम्मान किया जाए. उनके नहाने का, खाने पिने का प्रबंध किया जाए. पंडित जन जब उन्हें अध्यात्मिक सन्देश का मौका दिया जाता है तो प्रसन्न होते है.

*** सुभाषितानि *** 

गीता -: दैवासुरसम्पद्विभागयोग अo-16

अहङ्‍कारं बलं दर्पं कामं क्रोधं च संश्रिताः।,
मामात्मपरदेहेषु प्रद्विषन्तोऽभ्यसूयकाः॥,

वे अहंकार, बल, घमण्ड, कामना और क्रोधादि के परायण और दूसरों की निन्दा करने वाले पुरुष अपने और दूसरों के शरीर में स्थित मुझ अन्तर्यामी से द्वेष करने वाले होते हैं॥,18॥,

*** आपका दिन मंगलमय हो *** 
*** *** *** *** *** *** *** 

ये भी पढ़ें : कुंभ राशिफल 26 मई 2022

ये भी पढ़ें : धनु राशिफल 26 मई 2022

Connect With Us : Twitter Facebook

Neha Dhiman

Share
Published by
Neha Dhiman

Recent Posts

Haryana Election Result 2024 : 57 साल के इतिहास में लगातार तीसरी बार सरकार बनाकर भाजपा ने रचा इतिहास

 10 साल बाद सत्ता का सपना देख रही कांग्रेस का सपना चकनाचूर नायब सैनी ही…

5 hours ago

CM Nayab Saini के नेतृत्व में भाजपा की धाकड़ जीत

मंत्रियों पर भारी पड़ी लोगों की नाराज़गी India News Haryana (इंडिया न्यूज), CM Nayab Saini  :…

6 hours ago

JP Nadda Attacks Congress : “जहां कांग्रेस है वहां करप्शन है, कमीशन है, क्रिमिनलाइजेशन है” 

India News Haryana (इंडिया न्यूज), JP Nadda Attacks Congress : जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा…

6 hours ago

PM Narendra Modi : हरियाणा के लोगों ने कमाल कर दिया, कमल- कमल कर दिया

India News Haryana (इंडिया न्यूज), PM Narendra Modi : हरियाणा में मिली शानदार जीत का…

7 hours ago

Haryana Assembly Election Results : कम समय में नायब सैनी ने कैसे पलटी बाज़ी

नायब सिंह सैनी ने उस समय में पार्टी को बड़ी जीत दिलाई है, जब प्रदेश…

9 hours ago