कन्या राशिफल 14 सितम्बर 2022

*** दैनिक राशिफल ***

*** महर्षि पाराशर पंचांग ***
🙏🌺🙏 अथ पंचांगम् 🙏🌺🙏
****ll जय श्री राधे ll****
*******************

दिनाँक:- 14/09/2022, बुधवार
अमावस्या, कृष्ण पक्ष,
भाद्रपद
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

कन्या

शराब पीते और खाते समय सावधान रहें। लापरवाही आपको बीमार कर सकती है। आपका पैसा आपके काम में तभी आता है जब आप खुद को फिजूलखर्ची करने से रोकते हैं आज इस बात को आप अच्छे से समझ सकते हैं। अपना कीमती समय बच्चों के साथ बिताएं। यह उपचार का सबसे अच्छा रूप है। वे असीमित आनंद के स्रोत होंगे। आज आप प्रेमी के साथ कहीं घूमने जाने का प्लान करेंगे, लेकिन कोई जरूरी काम दिखने के कारण आप जा नहीं पाएंगे।

इससे आपके और आपके प्रिय के बीच तीखी बहस हो सकती है। पेशे में आपके परिकलित कदमों को पुरस्कृत किया जाएगा। इससे आप प्रोजेक्ट को समय पर पूरा कर पाएंगे। नए प्रोजेक्ट लेने का भी सही समय है। शाम के समय आप अपना खाली समय अपने किसी करीबी के घर पर बिता सकते हैं। लेकिन इस दौरान आप उनकी कही किसी बात का बुरा महसूस कर सकते हैं और उम्मीद से पहले वापस आ सकते हैं। आज आप अपने जीवन साथी के साथ बाहर घूमने जा सकते हैं और साथ में अच्छा समय बिता सकते हैं।

तिथि——– अमावस्या 13:46:02 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र———— मघा 20:24:54
योग————– शिव 26:05:07
करण———— नाग 13:46:02
करण——–किन्स्तुघ्न 26:18:22
वार———————– बुधवार
माह———————– भाद्रपद
चन्द्र राशि—————— सिंह
सूर्य राशि—————— सिंह
ऋतु————————- वर्षा
सायन———————– शरद
आयन—————- दक्षिणायण
संवत्सर—————— शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————- नल
विक्रम संवत—————- 2079
गुजराती संवत————– 2078
शक संवत—————– 1944

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:56:46
सूर्यास्त————— 18:44:17
दिन काल————–12:47:31
रात्री काल————- 11:12:57
चंद्रोदय—————- 06:15:58
चंद्रास्त—————- 19:05:58

लग्न—- सिंह 9°35′ , 129°35′

सूर्य नक्षत्र——————– मघा
चन्द्र नक्षत्र——————- मघा
नक्षत्र पाया—————— रजत

🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

मी—- मघा 07:31:04

मू—- मघा 13:58:43

मे—- मघा 20:24:54

मो—- पूर्वा फाल्गुनी 26:49:38

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=सिंह 09:12 मघा , 3 मू
चन्द्र =सिंह 05 °23, मघा , 2 मी
बुध =कन्या 06 ° 07′ उ o फा o ‘ 4 पी
शुक्र=कर्क 24°05, आश्लेषा ‘ 3 डे
मंगल=वृषभ 09°30 ‘ कृतिका ‘ 4 ए
गुरु=मीन 13°30 ‘ उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 27°33 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 22°50’ भरणी , 3 ले
केतु=(व) तुला 22°50 विशाखा , 1 ती

🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩

राहू काल 09:09 – 10:45 अशुभ
यम घंटा 13:56 – 15:32 अशुभ
गुली काल 05:57 – 07:33 अशुभ
अभिजित 11:55 – 12:46 शुभ
दूर मुहूर्त 07:39 – 08:30 अशुभ
वर्ज्यम 07:31 – 09:15 अशुभ

🚩गंड मूल 05:57 – 20:25 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 05:57 – 07:33 अशुभ
शुभ 07:33 – 09:09 शुभ
रोग 09:09 – 10:45 अशुभ
उद्वेग 10:45 – 12:21 अशुभ
चर 12:21 – 13:56 शुभ
लाभ 13:56 – 15:32 शुभ
अमृत 15:32 – 17:08 शुभ
काल 17:08 – 18:44 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:44 – 20:08 शुभ
उद्वेग 20:08 – 21:33 अशुभ
शुभ 21:33 – 22:57 शुभ
अमृत 22:57 – 24:21* शुभ
चर 24:21* – 25:45* शुभ
रोग 25:45* – 27:09* अशुभ
काल 27:09* – 28:33* अशुभ
लाभ 28:33* – 29:57* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 05:57 – 07:01
बृहस्पति 07:01 – 08:05
मंगल 08:05 – 09:09
सूर्य 09:09 – 10:13
शुक्र 10:13 – 11:17
बुध 11:17 – 12:21
चन्द्र 12:21 – 13:24
शनि 13:24 – 14:28
बृहस्पति 14:28 – 15:32
मंगल 15:32 – 16:36
सूर्य 16:36 – 17:40
शुक्र 17:40 – 18:44

🚩होरा, रात
बुध 18:44 – 19:40
चन्द्र 19:40 – 20:36
शनि 20:36 – 21:33
बृहस्पति 21:33 – 22:29
मंगल 22:29 – 23:25
सूर्य 23:25 – 24:21
शुक्र 24:21* – 25:17
बुध 25:17* – 26:13
चन्द्र 26:13* – 27:09
शनि 27:09* – 28:05
बृहस्पति 28:05* – 29:01
मंगल 29:01* – 29:57

🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩

सिंह > 05:24 से 06:30 तक
कन्या > 06:30 से 08:40 तक
तुला > 08:40 से 10:54 तक
वृश्चिक > 10:54 से 13:10 तक
धनु > 13:10 से 15:40 तक
मकर > 15:40 से 17:18 तक
कुम्भ > 17:18 से 18:46 तक
मीन > 18:46 से 19:20 तक
मेष > 19:20 से 20:52 तक
वृषभ > 20:52 से 23:40 तक
मिथुन > 23:40 से 02:04 तक
कर्क > 02:04 से 05:08 तक

🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 15 + 7 + 1 = 38 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

💮 शिव वास एवं फल -:

30 + 30 + 5 = 65 ÷ 7 = 2 शेष

गौरि सन्निधौ = शुभ कारक

🚩भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮

* कुशोत्पटिनी अमावस्या

*देवपितृकार्य अमावस्या

* श्रीशक्ति पूजन

*लोहार्गल स्नान

* राणी सती मेला

* शनिश्चरी अमावस्या

💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮

दारिद्र्यनाशनं दान शीलं दुर्गतिनाशनम् ।
अज्ञाननाशिनी प्रज्ञा भावना भयनाशिनी ।।
।। चा o नी o।।

व्यक्ति अकेले ही पैदा होता है. अकेले ही मरता है. अपने कर्मो के शुभ अशुभ परिणाम अकेले ही भोगता है. अकेले ही नरक में जाता है या सदगति प्राप्त करता है.

🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩

गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18

मन्मना भव मद्भक्तो मद्याजी मां नमस्कुरु ।,
मामेवैष्यसि सत्यं ते प्रतिजाने प्रियोऽसि मे ॥,

हे अर्जुन! तू मुझमें मनवाला हो, मेरा भक्त बन, मेरा पूजन करने वाला हो और मुझको प्रणाम कर।, ऐसा करने से तू मुझे ही प्राप्त होगा, यह मैं तुझसे सत्य प्रतिज्ञा करता हूँ क्योंकि तू मेरा अत्यंत प्रिय है॥,65॥,

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)

यह भी पढ़ें : सिंह राशिफल 14 सितम्बर 2022

यह भी पढ़ें : कर्क राशिफल 14 सितम्बर 2022

Connect With Us : Twitter Facebook

Neha Dhiman

Share
Published by
Neha Dhiman

Recent Posts

Yogendra Yadav Statements : हरियाणा के रुझानों को लेकर योगेंद्र यादव का बड़ा बयान , कर दिए कई बड़े दावे

Yogendra Yadav Statements : हरियाणा के रुझानों को लेकर योगेंद्र यादव का बड़ा बयान ,…

5 mins ago

Haryana Election : हरियाणा में AAP पर ही चल गया झाडू, खाता तक नहीं खुलवा सकी

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Election Results 2024 Updates : हरियाणा विधानसभा के चुनाव को लेकर…

14 mins ago

Haryana Crime: पोलिंग बूथ पर वोट डालने से रोका, फिर घर में घुसकर पीटा, जान से मारने की दी धमकी

Haryana Crime: पोलिंग बूथ पर वोट डालने से रोका, फिर घर में घुसकर पीटा, जान…

43 mins ago

Haryana Election 2024: हरियाणा की कालका सीट से शक्ति रानी शर्मा सबसे आगे, जानिए क्या हैं कांग्रेस के हाल ?

Haryana Election 2024: हरियाणा की कालका सीट से शक्ति रानी शर्मा सबसे आगे, जानिए क्या…

51 mins ago