India News Haryana (इंडिया न्यूज), Syria War: सीरिया में एक ऐसी मस्जिद है जो ना केवल मुस्लिमों के लिए अहम है बल्कि हिन्दू और ईसाई धर्म के लोग भी इस मस्जिद से एक अलग ही लगाव रखते है। आपको टा दें इस समय सीरिया में काफी तनावपूर्ण स्थति बनी हुई है। सीरिया और दमिश्क वो जगह हैं जहाँ अलग अलग धर्मों को लेकरअक्सर जंग छिड़ती रहती है। लेकिन दमिश्क शहर कई अनोखी चीजों के लिए चर्चाओं में रहता है।
आपको बता दें इस शहर में एक बेहद ही खास और आलिशान जगह है इस जगह से 3 धर्मों के लोग जुड़े हैं और वो जगह है उमय्यद मस्जिद। जी हाँ यह दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे आलिशान मस्जिदों में से एक है। लेकिन इसके अलावा भी यह मस्जिद विवादों से घिरी हुई है क्यूंकि इस मस्जिद में जहाँ मुस्लिम सजदा करते हैं तो वहीं दो धर्म के लोग भी इस मस्जिद में आस्था के लिए जाते हैं।
आपको बता दें जहाँ दमिश्क भी अक्सर चर्चाओं में रहता है वहीं उसी की तरह उमय्यद मस्जिद का भी एक गहरा इतिहास है जो शायद ही कोई जानता हो। दरअसल, इस्लाम से पहले ही यह जगह एक पूजा स्थल थी और इस्लाम के आने पर यहां मस्जिद बना दी गई। जो समय समय पर नए निर्माण और मरम्मत के चलते शानदार रूप लेती गई। वहीं 20 वीं और 21वीं सदी में भी इसके कुछ हिस्से बनाए गए या उनकी मरम्मत की गई थी। दिलचस्प बात ये है कि इसकी एक दीवार एक समय पहले रोमन मंदिर का हिस्सा थी।
असल में इस मस्जिद को तीनों धर्म इसलिए अहमियत देते हैं क्यूंकि उम्मयद मस्जिद जहां बनी है वो पहले भी एक धार्मिक स्थल ही था। वहीं लौह युग से यह एक पूजाघर माना जाता था। बाद में इसे अर्मेनियन ने बारिश के भगवान का मंदिर बनाया और 64 ईस्वी में इसे रोमन शासन के दौरान बृहस्पति देवता का पूजा स्थल बना दिया गया जो रोमन मिथकों में बारिश के देवता थे। फिर चौथी सदी में इसे एक बड़ा गिरजा बना दिया गया था.जो 8वीं सदी में मस्जिद बन गया।