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कबीर खान और मनोज मुंतशिर के क्यों छिड़ी जंग… जानिए

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : August 27, 2021

दिल्ली.

 बॉलीवुड डायरेक्टर कबीर खान का एक बयान इस समय चर्चा में है। दरअसल उन्होंने एक इंटरव्यू में मुगलों को असली राष्ट्र निर्माता बताया है. साथ ही जब मुंगलों को हत्यारे के रूप में दिखाया गया तो उन्होंने नाराजगी जताई है। अब मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर ने एक वीडियो ट्वीट कर सुर्खियां बटोरी हैं. इस वीडियो में मनोज मुंतशिर ने मुगल बादशाहों की तुलना डकैतों से की है।

‘केसरी’ और ‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ जैसी फिल्मों के लिए गाने लिख चुके मनोज मुंतशिर ने 24 अगस्त को अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। ‘आप किसके वंशज हैं?’ शीर्षक से एक वीडियो साझा किया। मनोज मुंतशिर के इस वीडियो में वह कह रहे हैं कि देश का ब्रेनवॉश किया गया है और सड़कों का नाम अकबर, हुमायूं और जहांगीर जैसे ‘डकैतों’ के नाम पर रखा गया है।

अभिनेत्री ऋचा चड्ढा, निर्देशक नीरज घेवन और गीतकार और पटकथा लेखक मयूर पुरी सहित अन्य लोगों को उनकी बात पसंद नहीं आई। हालांकि फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री समेत तमाम यूजर्स ने भी मनोज मुंतशिर का सपोर्ट किया है।ऋचा चड्ढा ने कहा, ‘शर्मनाक। घटिया कविता देखने लायक नहीं। आपका उपनाम भी हटा दिया जाना चाहिए। जो घृणित है उसका लाभ क्यों उठाएं। ‘ नीरज घेवन ने कहा, ”नस्लवाद को कट्टरता के साथ शामिल करना।”

मयूर पुरी ने कहा, ‘लेखकों को उन लोगों की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए जो अपने काम के प्रति नफरत फैलाते हैं। किसी भी देश का पूरी तरह से गुलाबी इतिहास नहीं है। लेकिन लेखकों को आग लगाने के लिए नहीं बल्कि आग बुझाने के लिए काम करना चाहिए। कृपया बुरा न मानें, लेकिन मैं थोड़ा निराश हूं कि आप इस तरह का काम कर रहे हैं। ‘गीतकार हुसैन हैदरी ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब मनोज मुंतशिर ने नफरत या झूठ फैलाने का काम किया है।” इतिहासकार एस इरफान हबीब ने कहा, “मनोज मुंतशिर जैसे लेखकों को ‘विषाक्तता’ और ‘झूठे और काल्पनिक तर्कों को इतिहास के रूप में पेश करते हुए देखना निराशाजनक था।’

ट्विटर यूजर्स का एक वर्ग मनोज मुंतशिर के समर्थन में सामने आया और कहा कि लेखक ने लोगों को देश और मुगलों के ‘भूल गए वास्तविक इतिहास’ से ही परिचित कराया है। फिल्म निर्माता अग्निहोत्री ने ट्वीट किया, ‘मनोज मुंतशिर अपनी कविताओं में निडर होकर सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखते रहे हैं। आप नहीं जानते कि इसका मतलब यह नहीं है कि वह अचानक बदल गया है।’