चंड़ीगढ़
हरियाणा के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने सभी विभागों के प्रशासनिक सचिव और जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल संरक्षण के लिए विश्व जल दिवस के अवसर पर 22 मार्च से आरंभ किए जा रहे ‘कैच दा रेन, वेयर इट फॉलस, वैन इट फॉलस’ देशव्यापी अभियान के क्रियान्वयन के लिए कार्य योजना तैयार करें, मुख्य सचिव ने बुधवार को विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
प्रदेश के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने बुधवार को बैठक में अधिकारियों को इस बात से भी अवगत कराया कि इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 राज्यों जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, छोडकऱ देश के अन्य राज्यों के जिला मजिस्ट्रेटों और सरपंचों को सम्बोधित करेंगे, इसके बाद अधिकारी पंचायतों में ग्राम सभाओं की बैठकों का आयोजन कराएंगे साथ ही जल संरक्षण के प्रति सामाजिक चेतना जागृत करेंगे, उन्होंने बताया कि हर जिले में जिला जल केंद्र स्थापित किया जाएगा और इसके साथ-साथ सभी सरकारी भवनों की छतों पर रूफ टॉप वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम प्रणाली लगाई जाएगी, जिसके तहत बारिश के पानी का भंडारण कर इसका उपयोग किया जा सकेगा, मुख्य सचिव ने कहा कि इसके लिए भारत सरकार से प्रदेश के हर जिले को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिले के वाटर कोर्सिस, तालाबों,चैक डैमों की सफाई की जाएगी और एकीकृत वाटर शैडों का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा, इसके लिए अधिकारी अपने-अपने जिलों का रोड मैप तैयार करें, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे वाटर कोर्सेस की जियो टैगिंग के लिए हरियाणा आंतरिक्ष अनुप्रयोग केन्द्र, हिसार से निरंतर सम्पर्क में रहें, बैठक में मुख्य सचिव ने इस मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया गया, जिसके सदस्यों में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस.एन.रॉय, विकास और पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित झा के साथ सिंचाई जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह शामिल होंगे, यह कमेटी जल संरक्षण मिशन की निगरानी के साथ-साथ जिला स्तर और ब्लॉक स्तर पर अपने-अपने विभागों के नोडल अधिकारियों को नामित भी करेगी, बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल संरक्षण के लिए 22 मार्च से आरंभ किया जा रहा ‘कैच दा रेन, वेयर इट फॉलस, वैन इट फॉलस’ देशव् यापी अभियान नवम्बर, 2021 तक चलेगा, इसके अलावा, हरियाणा तालाब विकास प्राधिकरण के 877 तालाबों के पानी को उपचारित कर सिंचाई और अन्य साधनों के लिए इसका उपयोग करने का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है।