India News Haryana (इंडिया न्यूज), ADC Recruitment : हरियाणा में सीनियर एचसीएस अधिकारियों के लिए अतिरिक्त उपायुक्त ( एडिशनल डिप्टी कमिश्नर) के लिए निर्धारित पद होने के बावजूद उनकी इस पद पर नियुक्ति नहीं की जा रही। इस लिहाज से हालिया वर्षों से हरियाणा में हरियाणा सिविल सेवा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ द्वारा एक प्रकार से सौतेला व्यवहार हो रहा है। फिलहाल हरियाणा में सभी 22 जिलों में एडीसी के सभी 22 पदों पर आईएएस अधिकारियों की ही नियुक्ति कर रखी है। सभी जिला मुख्यालयों में अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) का स्थायी पद स्वीकृत है जो जिला प्रशासन में उपायुक्त ( डीसी) के बाद दूसरा बड़ा उच्च प्रशासनिक पद होता है।
इसी कड़ी में ये भी बता दें कि कुछ वर्ष पहले जिले के एडीसी के पद पर तैनात अधिकारी इस पद के साथ-साथ जिले का सचिव, आरटीए (क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण) एवं डीआरडीए (जिला ग्रामीण विकास एजेंसी) का सीईओ ( मुख्य कार्यकारी अधिकारी) भी होता था, परन्तु फिलहाल ऐसी व्यवस्था अस्तित्व में नहीं है। वर्तमान में एडीसी उसके सम्बंधित जिले का पदेन (पद के कारण) जिला नागरिक संसाधन सूचना अधिकारी (डीसीआरआईओ) भी होता है।
मालूम रहे कि पिछले दो साल में ये मुद्दा है कि प्रदेश के एचसीएस कैडर के लिए जिला एडीसी के 15 पद निर्धारित हैं, परन्तु मौजूदा तौर पर एक भी ज़िले में इस पद पर एचसीएस अधिकारी तैनात नहीं है, परन्तु इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अक्टूबर, 2020 में प्रदेश सरकार द्वारा एचसीएस कैडर संख्या निर्धारण आदेश जारी किया गया था, जिसमें स्पष्ट तौर ज़िलों के एडीसी के 15 पदों को एचसीएस कैडर में शामिल किया गया, जिन पर सिलेक्शन ग्रेड/सुपर टाइम स्केल या 9 से 18 वर्षों की एचसीएस सेवा वाले अधिकारी तैनात किये जा सकते हैं।
अब वर्तमान में एचसीएस कैडर में पर्याप्त योग्य सेवाकाल वाले अधिकारी होने के बावजूद मौजूदा तौर पर प्रदेश के एक भी जिले में वरिष्ठ एचसीएस को एडीसी क्यों नहीं तैनात किया गया है, इस सम्बन्ध में प्रदेश सरकार का कार्मिक विभाग ही बता सकता है जो राजनीतिक तौर पर सीधे मुख्यमंत्री जबकि प्रशासनिक तौर पर मुख्य सचिव के अधीन है। वहीं जहां तक प्रदेश के आईएएस कैडर संख्या निर्धारण का विषय है तो उनके लिए एडीसी के केवल 7 पद ही निर्धारित हैं अर्थात हरियाणा के 7 जिलों में ही आईएएस को बतौर जिले का अतिरिक्त उपायुक्त तैनात किया जा सकता है।
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बता दें कि वर्तमान में 2016 बैच के आईएएस डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रंगी अम्बाला जिले में एडीसी, 2017 बैच के आईएएस साहिल गुप्ता फरीदाबाद जिले में एडीसी, 2018 बैच के तीन आईएएस आयुष सिन्हा यमुनानगर, अखिल पिलानी पलवल और अनुपमा अंजलि रेवाड़ी में एडीसी तैनात हैं।
वहीं 2019 बैच के चार आईएएस अंकिता चौधरी सोनीप, आनंद कुमार शर्मा महेंद्रगढ़, सलोनी शर्मा झज्जर और हितेश कुमार मीणा गुरुग्राम में अतिरिक्त उपायुक्त तैनात हैं। 2020 बैच के 6 आईएएस प्रदीप सिंह नूंह (मेवात) जिले, दीपक बाबूलाल करवा कैथल, सी. जयशारधा हिसार, हर्षित कुमार भिवानी, पंकज पानीपत और राहुल मोदी फतेहाबाद में एडीसी तैनात हैं। 2021 बैच के 7 आईएएस लक्षित सरीन सिरसा में, नरेन्द्र कुमार रोहतक में, सोनू भट्ट कुरुक्षेत्र में, विश्वजीत चौधरी चरखी दादरी में, विवेक आर्य जींद में, यश ज़लुका करनाल में और निशा पंचकूला में अतिरिक्त उपायुक्त तैनात हैं।
उपरोक्त कड़ी में ये भी बता दें कि हरियाणा में पिछले कुछ समय में व्यापक स्तर पर आईएएस कैडर में आईपीएस कैडर के अधिकारियों को नियुक्ति दिए जाने के मामले ने निरंतर तूल पकड़ा है। फिलहाल प्रदेश में आधा दर्जन से ज्यादा आईपीएस अधिकारी आईएएस कैडर में पदों पर तैनात हैं।
प्रशासनिक सेवाओं के मामले में आईएएस अधिकारी सबसे ज्यादा सीनियर होता है तो इसके बाद आईपीएस अधिकारियों का स्थान सीनियोरिटी लिस्ट में आता है। मामले को लेकर अंदरुनी खाते आईएएस लॉबी उनके कैडर में आईपीएस अधिकारियों की तैनाती को लेकर नाराजगी किसी न किसी रूप में जताती या दिखाती रही है।
इस तरह के मामलों के जानकार हेमंत कुमार ने बताया कि प्रदेश में लागू प्रशासनिक व्यवस्था अनुसार एडीसी के पद पर न केवल आईएएस बल्कि वरिष्ठ एचसीएस अधिकारी भी तैनात किये जा सकते हैं। हालांकि प्रदेश में जिलों के डीसी पद पर केवल आईएएस अधिकारी ही तैनात किये जा सकते हैं। बहरहाल वर्तमान में हरियाणा में सभी 22 जिलों के डीसी और एडीसी के कुल 44 पदों पर आईएएस अधिकारी ही तैनात हैं।